छोटे व्यवसायिकों के साथ
दिए गए मुद्दों के आधार पर
वार्तालाप कीजिए और संवाद
के रूप में लिखिए।
चुनने का कारण
व्यवसायी
कार्य से
मिलने वाला
आनंद
Answers
छोटे व्यावसायिकों के साथ वार्तालाप निम्न प्रकार से संवाद के रूप में लिखा गया है।
दिनेश एक साप्ताहिक अखबार में रिपोर्टर का काम करता है उसे अपने अखबार में छोटे व्यावसायिकों के साथ साक्षात्कार का कार्य सौंपा गया है। वह अनिल नामक एक व्यवसायी से वार्तालाप कर रहा है।
दिनेश : कहिए अनिल जी क्या हाल चाल है आपके ।
अनिल : बस जी सब कुशल है, भगवान की कृपा बनी रहे और क्या चाहिए।
दिनेश : जी बेहतर फरमाया आपने, और कहिए व्यापार के क्या हाल चाल है।
अनिल : जी ठीक ठाक चल रहा है अब सब , डेढ़ साल लॉक दिन के बाद अब थोड़ी रहटिली है हम जैसे छोटे व्यापारियों को।
दिनेश : बाज़ार का क्या हाल है?
अनिल : बाज़ार में अब जाकर थोड़ी हलचल हुई है, दिवाली की धूम मची हुई है। लोग घरों से बाहर निकाल रहे है, दिवाली की खरीदारी कर रहे है, तो हमारी भी दीवाली अच्छी मनेगी। लक्ष्मीजी कृपा करें।
दिनेश : पिछले वर्ष आप बता रहे थे कि कुछ लोगों के पास आपके पैसे बकाया है , उन पैसों का भुगतान हुआ या नहीं?
अनिल : जी अब दुकानदारों का भी क्या दोष , बाज़ार बंद होगी तो वे भी पैसे कहा से देंगे, सभी थोड़े थोड़े कर में दे रहे है, उन्हें भी घर चलाना है। पर हम व्यापारी अपने काम से खुश है, व्यापार शुरू हो गया है , जल्द जी गाड़ी पटरी पर आ जाएगी ।
दिनेश : एक बात बताइए, आपने यह व्यवसाय क्यों चुना ?
अनिल : मेरे पिताजी का भी यही व्यापार था, मै अपने कॉलेज के समय से ही पिताजी को व्यापार में मदद करता आया हूं, अब मुझे भी यही व्यापार पसंद है।
दिनेश : जी, बहुत बढ़िया धन्यवाद आपका।
अनिल : जी शुक्रिया।