Hindi, asked by adOO7, 10 months ago

छाया मत छूना
मन, होगा दुख दूना।
जीवन में हैं सुरंग सुधियाँ सुहावनी
छवियों की चित्र-गंध फैली मनभावनी;
तन-सुगंध शेष रही, बीत गई यामिनी,
कुंतल के फूलों की याद बनी चाँदनी।
भूली सी एक छुअन बनता हर जीवित क्षण
छाया मत छूना
मन, होगा दुख दूना।
का काव्या सौंदर्य किजीये

Answers

Answered by muskan3871
1

मस्त हैं

please mark me as brilliant

Answered by shalum760
2

Answer:

Hume kab he bhe jammer be vo kam nhi Karna Che aye Jesse man vichlet ho jai or man bore kamo se he vichlet hota h

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