Hindi, asked by balvirraj9680, 10 months ago

छायावाद नामकरण के औचित्य को स्पष्ट कीजिए

Answers

Answered by kaashifhaider
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छायावाद नामकरण के औचित्य  प्रकार है।

Explanation:

  1. छायावाद का नामकरण मुकुटधर पांडेय जी  ने किया था।
  2. छायावाद हिंदी साहित्य के रोमांटिक उत्थान की धारा है।
  3. इस युग में प्रेम को लेकरलेकर बहुत सी छाया रुपी रचनाओं को लिखा गया इस कारण इस युग को छाया वाद के नाम से जाना जाता है।
  4. सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला', सुमित्रानदन पंत, महादेवी वर्मा , इस काव्य धारा के प्रतिनिधि कवि माने जाते हैं।

सुमित्रानदन पंत का जीवन परिचय

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