"Chhate Ki Aatmkatha" Write A Essay On This Topic In Hindi.
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दोस्तों, यह लेख एक छाता की आत्मकथा पर है, जिसकी बरसात के मौसम में हमें सबसे अत्यधिक आवश्यकता होती है। छाता हमें न सिर्फ बरसात के मौसम में भीगने से बचाती है बल्कि इसका उपयोग हम गर्मी के मौसम में भी करते हैं। गर्मी के मौसम में, छाता के उपयोग से सूर्य की गर्मी की तीव्रता कम हो जाती है। चलिए, अब इस लेख को पढ़ना शुरू करते हैं।
मैं एक छाता हूं, जिसका उपयोग आप वर्षा होने पर अवश्य करते होंगे। कुछ लोग तो मुझे गर्मी से बचने के लिए भी उपयोग में लाते हैं और गर्मी के मौसम में मैं उन्हें गर्मी से बचाने का पूरा प्रयास भी करती हूं। मैं गर्मी के मौसम में सूरज की गर्मी को अपने अंदर समा लेती हूं और उसे अपने से आगे नहीं बढ़ने देती हूं। वहीं वर्षा के मौसम में मैं वर्षा की बूंदों को अपने आप से पार नहीं होने देती हूं, जिसके परिणामस्वरूप मुझे उपयोग करने वाले हमेशा इन दोनों अवस्थाओं से बचे रहते हैं।परंतु अधिकतर लोग मेरा उपयोग वर्षा आने पर ही करते हैं। बरसात के मौसम में, मुझे आप अपने आसपास बड़ी आसानी से देख सकते हैं और इस मौसम में मैं लोगों द्वारा प्रतिदिन उपयोग की जाने वाली वस्तु बन जाती हूं। इन दिनों मेरी बड़ी देख रेख भी की जाती है और मुझे बड़े प्रेम व आदर के साथ रखा जाता है।मैं अनेक रंगों में आती हूं लेकिन अधिकतर लोग मुझे काले रंग में खरीदना ही उचित समझते हैं। पर कुछ भी हो, चाहे कोई मुझे काले रंग में खरीदे या किसी अन्य रंग में कार्य तो सभी रंग की छतरियों का एक ही होता है।यदि मेरे उपयोग की बात करें, तो मेरा उपयोग सभी उम्र के लोग करते हैं। छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग व्यक्ति तक आपको मेरा उपयोग करते दिख जाएंगे। इसका एक कारण यह भी है कि मेरा उपयोग करना अत्यंत ही सरल है और मैं इतनी हलकी हूं कि हर कोई मुझे बड़ी आसानी से एक जगह से दूसरी जगह तक अपने साथ ले जा सकता है।मुझे आशा है कि मेरा अस्तित्व जैसा आज है, वैसा ही भविष्य में भी रहेगा और मैं आगे भी इसी प्रकार मनुष्य के काम आती रहूंगी।