Chopai chand ka lakshan likhiye
Answers
चौपाई छंद के लक्षण निम्नलिखित है :-
जिस प्रकार रोला मात्रिक छंदों में गिना जाता है , ठीक उसी
प्रकार ' चौपाई ' भी एक मात्रिक छंद है ।
' चौपाई ' : सम मात्रिक छंद है।
- मात्रिक छंद अर्थात् जहां मात्राओं को प्रमुखता दिया जाता है
और उनको गिना जाता है । उसे मात्रिक छंद कहते है ।
चौपाई चार चरण अर्थात् पंक्तियों का होता है ।
प्रत्येक चरण में या यूं कहें हर एक पंक्ति में ' सोलह ' ( 16 )
मात्राएं होती है।
चौपाई छंद का प्रयोग निम्नलिखित कवियों ने किया है :-
गोस्वामी तुलसीदास ,
जायसी ,
सूरदास , आदि ।
चौपाई छंद का मनमोहक और सबसे अच्छा प्रयोग
' रामचरितमानस ' में देखने को मिलता है ।
रामचरितमानस : तुलसीदास द्वारा रचित है , जिसमें प्रभु
राम के जिंदगी का वर्णन है ।
चौपाई छंद का उदाहरण कुछ इस प्रकार है :-
तुम्हरे भजन राम को पावै, जनम जनम के दुख बिसरावै॥
अन्तकाल रघुवरपुर जाई, जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई॥