Chutiyon mein ki gayi shararat par anuched
Answers
Answered by
1
Explanation:
दो साल पहले की बात है मैं आठवीं कक्षा में पढ़ता था। मेरी छोटी बहन पांचवी कक्षा में पढ़ती थी। रविवार का दिन था माता पिता जी किसी काम से घर के बाहर गए हुए थे। हम दोनों भाई बहन घर पर अकेले थे। हम आपस में खेल रहे थे तभी मुझे शरारत सूझी और मैंने अपनी बहन पर पानी फेंक दिया। बदले में वह भी मुझ पर पानी फेंकने लगी। यह सिलसिला चलता रहा हम एक दूसरे के ऊपर पानी फेंक कर रहे और पूरा बिस्तर गीला कर दिया। घर का और कुछ सामान भी पानी से भीग चुका था।
जब माता पिता जी घर आए तब उन्होंने देखा कि घर में सारा समान और बिस्तर पानी से गीला हो चुका है। उन्होंने हमें बड़ी डांट लगाई और आगे से ऐसा ना करने की नसीहत दी। डांट सुनकर हमने भी निश्चय किया कि आगे से हम इस तरह की शरारत नहीं करेंगे।
Similar questions