Hindi, asked by sharad4493, 1 year ago

Class 1 postic bhojan par bhashan in 100 words

Answers

Answered by RaviKumarNaharwal
0
किसी भी बच्चे की जिंदगी के शुरुआती वर्षों में पौष्टिक आहार का खास महत्व है। इन्हीं वर्षों में उसके स्वस्थ जीवन की नींव रखी जाती है। जरा सी लापरवाही बच्चे के लिए भारी पड़ सकती है। कुपोषण अपने साथ एक नहीं कई बीमारियाँ लेकर आता है। जरूरत है केवल समय पर पौष्टिक आहार कराने की।

किसी भी बच्चे के दाँत, हड्डियाँ मजबूत तथा सुदृढ़ मांसपेशियाँ तभी बन सकती हैं जब उसे नियमित और पौष्टिक आहार मिलता रहे। केवल विटामिन की गोलियाँ या टॉनिक पिलाने से किसी भी बच्चे को स्वस्थ नहीं रखा जा सकता।

समय पर दी गई अच्छी खुराक उसके अच्छे स्वास्थ्य का भविष्य निर्धारित करती है। बच्चे का आहार तय करते समय बहुत सावधानी की जरूरत होती है।

1से 4 साल तक के बच्चे की जरूरत तो है भरपूर कैलोरी और पौष्टिक तत्व, लेकिन उसकी भूख जल्दी ही शांत हो जाती है।

खाने-पीने की आदतें उसके मूड पर निर्भर होती हैं। इसलिए जरूरी है कि उसे जल्दी-जल्दी भोजन दिया जाए और ऐसा बनाया जाए, जिसमें भरपूर पौष्टिक तत्व भी शामिल रहें।
Answered by LovelysHeart
157

Answer:

भोजन

किसी भी बच्चे की जिंदगी के शुरुआती वर्षों में पौष्टिक आहार का खास महत्व है। इन्हीं वर्षों में उसके स्वस्थ जीवन की नींव रखी जाती है। जरा सी लापरवाही बच्चे के लिए भारी पड़ सकती है। कुपोषण अपने साथ एक नहीं कई बीमारियाँ लेकर आता है। जरूरत है केवल समय पर पौष्टिक आहार कराने की।

किसी भी बच्चे के दाँत, हड्डियाँ मजबूत तथा सुदृढ़ मांसपेशियाँ तभी बन सकती हैं जब उसे नियमित और पौष्टिक आहार मिलता रहे। केवल विटामिन की गोलियाँ या टॉनिक पिलाने से किसी भी बच्चे को स्वस्थ नहीं रखा जा सकता।

समय पर दी गई अच्छी खुराक उसके अच्छे स्वास्थ्य का भविष्य निर्धारित करती है। बच्चे का आहार तय करते समय बहुत सावधानी की जरूरत होती है।

1से 4 साल तक के बच्चे की जरूरत तो है भरपूर कैलोरी और पौष्टिक तत्व, लेकिन उसकी भूख जल्दी ही शांत हो जाती है

खाने-पीने की आदतें उसके मूड पर निर्भर होती हैं। इसलिए जरूरी है कि उसे जल्दी-जल्दी भोजन दिया जाए और ऐसा बनाया जाए, जिसमें भरपूर पौष्टिक तत्व भी शामिल रहें।

Similar questions