Class 10 क्षितिज पाठ एक मे
उद्यौ कौन थे।
Answers
Answer:
श्री कृष्ण के बड़े भाई उद्धव
उद्धव श्री कृष्ण के अभिन्न मित्र थे l उद्धव वह व्यक्ति थे जो संसार में ज्ञान को ही सर्वश्रेष्ठ मानते थे l उन्हें प्रेम से कोई लगाव नहीं था l तो उन्हें सबक सिखाने श्री कृष्ण ने कहां की
" हे उद्धव गोपियां हमेशा कन्हैया कन्हैया जब्ती रहती हैं l वे कुछ ना खाती है ना ही पीती हैं वह हर बार मेरा ही नाम जपती रहती है क्या तुम गोपियों को कह आओगे कि अब श्री कृष्ण अब राजा है और गोपियां उनकी प्रजा है तो वह बस प्रजा की बात मानेंगे l उनसे कह देना कि मैं उनके पास अब नहीं आ पाऊंगा l "
तो जानते ही हो कि उद्धव श्री कृष्ण के अभिन्न मित्र है तो वह मित्र की बात टाल तो नहीं सकते हैं l तो उद्धव वहां चले गए l और जब वह द्वारका श्री कृष्ण जी के पास आए तो वह तुम बहुत रोते रोते आए l तुम्हें पता है क्यों वह रोते-रोते द्वारका आए l इस पूरे दोहे में तुम्हारा उत्तर छिपा हुआ है l उस ज्ञानी उद्धव को प्रेमी गोपियों ने परास्त कर दिया l
तो इससे हमें क्या सीख मिलती है कि प्रेम सबसे बड़ा चीज है ज्ञान से भी इस दुनिया में l
अब चलो आते हैं दोहे पर:-
यह दोहा जो है यह सूरदास जी द्वारा लिखा गया है l
इस दोहे को मैं एक बार समझा देता हूं :-
उधो तुम हो अति बड़भागी।
अपरस रहत सनेह तगा तैं, नाहिन ही मन अनुरागी l
पुरइनि पात रहत जल भीतर , ता रस देह ना दागी l
ज्यों जल माह तेल की गागरि, बुंद न ताकौ लागी l
प्रीति नदी पांव ना बोरियू, दृष्टि ना रूप परागी l
सूरदास अबला हम भोरी , गुर चांटी ज्यों पागी l
इस दोहे को मैं संक्षिप्त में वर्णन करना चाहता हूं:-
"प्रस्तुत पद में गोपियां उद्धव पर व्यंग करती हुई कहती हे उद्धव तुम बहुत ही भाग्यशाली हो l तुम प्रेम के धागे से कहीं भी बंद ही नहीं हो, तुम्हारा मन किसी में अनुरक्त नहीं है l तुम तो जल में रहने वाले कमल के फूल के समान हो जो जल में रहते हुए भी जल से दूर है l जैसे पानी में तेल की गागर रहने पर भी उस पर पानी का प्रभाव नहीं रहता l इसका मतलब तुम दिन रात कृष्ण के समीप रहती हो फिर भी कृष्ण के प्रति अनुरक्त नहीं हो l तुमने कृष्ण के प्रेम रूपी नदी में अपने पैर नहीं डुबोए, ना तुमने कभी कृष्ण के रूप सौंदर्य का रसपान किया l सूरदास जी कहते हैं कि यह तो हम ब्रज की भोली भाली अबला नारियां है जो कृष्ण के प्रेम में ऐसे आसक्त हो गई जैसे चीटियां गुड से चिपक जाती है l"
आशा है कि आप को यह पूरी बात समझ में आ गई होगी l