Hindi, asked by antu8468, 5 months ago

Class 5th hindi chapter 7 question jab yh sahatakR ho rha tha kawarshing ji kha or kya kam kr rhe the

Answers

Answered by priyadarshinip83
2

which school u are reading in....

I can't understand...

Answered by sunil7798903166
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Explanation:

कुम्मी के हाथ जो किताब आई थी वह कब छपी होगी?

Answer:

कुम्मी के हाथ जो किताब आई थी वह आज के ज़माने में ही छपी होगी। यह कहानी भविष्य पर आधारित है और हम वर्तमान हैं। अतः किताब आज के समय में छपी होगी।

Question 2:

रोहित ने कहा था, “कितनी पुस्तकें बेकार जाती होंगी। एक बार पढ़ी और फिर बेकार हो गई।” क्या सचमुच में ऐसा होता है?

Answer:

हम यह नहीं मानते हैं। कई बार ऐसा ही होता है कि कुछ पुस्तकें केवल एक बार पढ़कर बेकार हो जाती हैं। उन्हें रद्दी में देना पड़ता है। परन्तु उसमें कुछ ही किताबों के साथ ऐसा होता है। अधिकतर किताबें एक व्यक्ति के बाद अलग-अलग व्यक्तियों के हाथों जाती हैं। वे बेकार नहीं होती हैं। उनके कारण कई लोगों को महत्वपूर्ण जानकारी व ज्ञान प्राप्त होता है। यदि ऐसा न होता, तो आज पुस्तकालय नहीं बने होते।

Question 3:

कागज के पन्नों की किताब और टेलीविज़न के पर्दे पर चलने वाली किताब। तुम इनमें से किसको पसंद करोगे? क्यों?

Answer:

हम कागज़ के पन्नों की किताब को ही ज़्यादा पंसद करेंगे। इसके पीछे बहुत से कारण हैं। वे इस प्रकार हैं।-

1. कागज़ के पन्ने वाली किताब को हम कहीं भी सरलतापूर्वक उठाकर ले जा सकते हैं। इसके विपरीत टेलीविज़न के पर्दे पर चलने वाली किताब को उठाकर ले जाना कठिन होगा। यदि उठाकर ले जाने की सुविधा भी उपलब्ध हो, फिर भी यह किताब की तुलना में अधिक भारी होगी।

2. कागज़ के पन्ने वाली किताब को कभी भी और कहीं भी पढ़ा जा सकता है। परन्तु टेलीविज़न के पर्दे पर चलने वाली किताब को कहीं नहीं पढ़ा जा सकता है। इसके लिए हर समय बिजली की आवश्यकता होगी। यदि इसे चार्ज भी किया जा सके, तो एक निश्चित समय के लिए ही इसे चलाया जा सकेगा। चार्ज समाप्त होने पर यह बंद हो जाएगी। कागज़ के पन्ने वाली किताब के साथ यह परेशानी नहीं आएगी।

3. कागज़ के पन्ने वाली किताब में आने वाला खर्च एक बार होगा। परन्तु टेलीविज़न के पर्दे पर चलने वाली किताब पर बार-बार बिजली आदि का खर्चा करना पड़ेगा।

4. कागज़ के पन्ने वाली किताब को आवश्यकता अनुसार पढ़ा जा सकेगा। परन्तु बिजली के पर्दे पर चलने वाली किताब को एक बार में ही पूरा पढ़ना पढ़ेगा। अन्यथा उसे दोबारा आरंभ से चलाना पड़ेगा।

Question 4:

तुम कागज़ पर छपी किताबों से पढ़ते हो। पता करो कि कागज़ से पहले की छपाई किस-किस चीज़ पर हुआ करती थी?

Answer:

कागज़ से पहले छपाई भोज पत्रों, छालों, लकड़ी और धातु से बने पत्रों पर होती थी।

Question 5:

तुम मशीन की मदद से पढ़ना चाहोगे या अध्यापक की मदद से? दोनों के पढ़ाने में किस-किस तरह की आसानियाँ और मुश्किलें हैं?

Answer:

1. हमें अध्यापक से पढ़ना ज़्यादा आसान और अच्छा लगेगा क्योंकि वे हमारी मुश्किलों का हल तुरंत ही विस्तारपूर्वक और अलग-अलग तरीके से बता सकते हैं। मशीन से यह ज्ञान मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा। एक अध्यापक सभी विषय नहीं पढ़ा सकते हैं। इसके विपरीत मशीन से सभी विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त हो जाएगी। 2. अध्यापक से पढ़ते समय डाँट खाने का डर लगा रहता है। मशीन से पढ़ते समय ऐसा डर नहीं लगेगा। 3. मशीन हमारे नियंत्रण में होगी, हम मशीन के नियंत्रण में नहीं होगें। अध्यापक से पढ़ते समय हमें उनके कहे अनुसार ही कार्य करना पड़ेगा।

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