clean india healthy india in hindi 300 words
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हम सभी को भारत को स्वच्छ रखने का निर्णय दिल से लेना चाहिए,जब स्वच्छता की बात आती है तो लोग सोचते हैं कि कोई दूसरा स्वच्छता की ओर पहल करेगा तभी तो कुछ होगा,लोग इसी तरह से सोचते हैं और हमारे देश की स्वछता की ओर कोई विशेष ध्यान नहीं देता,हम सभी को सोचना चाहिए कि जब एक व्यक्ति फैसला लेता है तो उसको देखते हुए हमारे देश में बहुत सारे बदलाव आ जाते हैं यानी एक व्यक्ति अगर दिल से स्वच्छता की ओर अग्रसर हो तो हो सकता है धीरे-धीरे भारत का हर एक व्यक्ति स्वच्छता की ओर अग्रसर हो और हमारे देश को स्वच्छ रखने के लिए हमेशा आगे बढ़े तो हमारा देश हमेशा स्वस्थ रहेगा क्योंकि अगर हमारे देश में गंदगी है यानी जैसे कि हम देखते हैं कि हम चारों तरफ कूड़ा करकट ऐसे ही फेंक देते हैं और यहां वहां थूकते रहते हैं यह बहुत गंदी आदत है और गलत भी हैं.
हमको हमारे देश को स्वस्थ रखने के की ओर विशेष रुप से सोचना चाहिए हमको सोचना चाहिए कि अगर हम इस तरह की गंदगी हमारे चारों ओर फैल आएंगे तो कहीं ना कहीं हमारा ही नुकसान होगा क्योंकि यह गंदगी वातावरण के साथ मिलकर हमारे शरीर के अंदर प्रवाहित होती है और हम को बहुत सारी बीमारियों हो जाती हैं इससे हमारा बहुत नुकसान भी हो जाता है और पैसे की बर्बादी की होती है जैसे कि हम कुछ सामान लेते हैं,अगर हमने कोई से कागज,पॉलिथीन इधर उधर फेंक दिए तो वह पानी के साथ मिलकर पानी को गंदा करेगा या फिर कचरा फेंक दिया तो वह गंदा कचरा दिखने में भी बेकार लगेगा और पानी के साथ,हवा के साथ मिलकर हमारे वातावरण को अस्वस्थ करेगा जिससे हम अस्वस्थ होंगे,हम सभी को ये सब विशेष रुप से सोचने की जरूरत होती है क्योंकि जब हमारा देश स्वच्छ होगा तभी हम स्वस्थ होंगे.
आजकल हम देख रहे हैं कि हमारे देश के लोगों को बहुत सारी बीमारियों का सामना करना पड़ता है, सोचने वाली बात है कि बीमारी इतनी क्यों फेल रही हैं,इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि हमारे देश में स्वच्छता नहीं है,अगर हम हमारे देश को स्वच्छ बनाने की कोशिश करेंगे तो हम स्वस्थ होंगे,हमारा परिवार स्वस्थ होगा,स्वच्छता के विषय में हम सभी को जागरुक करने के लिए कुछ अभियान भी चलाये गए,जो हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने भी चलाएं हम सभी को सुबह उठकर अपने घर की साफ सफाई करना चाहिए,घर के आस-पास भी साफ-सफाई करना चाहिए और कहीं पर भी गंदगी नहीं फैलाना चाहिए अगर कुछ भी फेकना हो तो वह कूड़ेदान में फेंक देना चाहिए और हम सभी को स्वच्छ वातावरण में रहना चाहिए तभी हम स्वस्थ रह सकेंगे और इस ओर लोगों को जागरुक करने की जरूरत है दरअसल होता है यह है कि हम सब यही सोचते रहते हैं कि हमारे अकेले परिवर्तन करने से क्या होगा बस यही हमारी गलती होती है.
दोस्तों हम सभी को खुद स्वच्छता की ओर विशेष कदम उठाने की जरुरत है तभी हम सब स्वस्थ हो सकेंगे और हमारा देश आने वाली भयंकर बीमारियों का सामना करने से पहले ही उस बीमारी को खत्म कर देगा,हम सभी को स्वच्छता के बारे में हर एक नागरिक को जानकारी देने की जरूरत है गांव-गांव में दोस्तों में,रिश्तेदारों में इस और विशेष जानकारी देने की जरूरत है और देश को स्वच्छ बनाने की जरूरत है तभी हमारा देश विकास कर सकेगा तभी हमारे देश के युवा स्वस्थ रह सकेंगे,आज हम देखते हैं कि पहले के मुकाबले आज बहुत से लोग बीमारियों से पीड़ित होते हैं कुछ लोग तो गंभीर बीमारियों से पीड़ित होते हैं सोचने वाली बात यह है कि यह सब कैसे?
आजकल तो बच्चों से लेकर,नव युवकों से लेकर,बुजुर्गों तक हर कोई बीमारी से पीड़ित होता है आखिर यह सब क्यों हो रहा है दोस्तों कहीं ना कहीं इसमें सबसे बड़ा योगदान हमारे अस्वस्छ वातावरण का है,अगर हम हमारे वातावरण को स्वच्छ करेंगे तो बहुत हद तक हम अपनी
बीमारियों को खत्म कर सकेंगे या फिर आने वाली बीमारियों को नहीं आने देंगे क्योकि इस वातावरण से ही जल,वायु प्रुदुषित होते है और हमको बहुत सारी बीमारिया हो जाती है इसलिए हम सभी देश को स्वच्छ बनायेंगे और स्वस्थ बनायेंगे.
दोस्तों किसी ने खूब कहा है “जब जागो तभी सवेरा” यानी अगर आपको स्वच्छता के फायदो के बारे में सी पता चल गया है,अब बस आपको स्वच्छता की ओर पहल करने की जरुरत है क्योकि अगर आप अभी नहीं बदले तो हमको आगे बहुत बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता,हम सोचते है की ये तोह बहुत ही छोटी सी बात है लेकिन वाकई में ये ही सबसे बड़ी समस्या हमारे लिए बन सकती है इसलिए हमेशा अपने वातावरण को स्वच्छ रखे और हमेशा स्वस्थ रहे.यही हमारा आज की पोस्ट को लिखने का मकसद है कि आप हमेशा स्वस्थ रहें और हमेशा स्वस्थ रहें.
हमको हमारे देश को स्वस्थ रखने के की ओर विशेष रुप से सोचना चाहिए हमको सोचना चाहिए कि अगर हम इस तरह की गंदगी हमारे चारों ओर फैल आएंगे तो कहीं ना कहीं हमारा ही नुकसान होगा क्योंकि यह गंदगी वातावरण के साथ मिलकर हमारे शरीर के अंदर प्रवाहित होती है और हम को बहुत सारी बीमारियों हो जाती हैं इससे हमारा बहुत नुकसान भी हो जाता है और पैसे की बर्बादी की होती है जैसे कि हम कुछ सामान लेते हैं,अगर हमने कोई से कागज,पॉलिथीन इधर उधर फेंक दिए तो वह पानी के साथ मिलकर पानी को गंदा करेगा या फिर कचरा फेंक दिया तो वह गंदा कचरा दिखने में भी बेकार लगेगा और पानी के साथ,हवा के साथ मिलकर हमारे वातावरण को अस्वस्थ करेगा जिससे हम अस्वस्थ होंगे,हम सभी को ये सब विशेष रुप से सोचने की जरूरत होती है क्योंकि जब हमारा देश स्वच्छ होगा तभी हम स्वस्थ होंगे.
आजकल हम देख रहे हैं कि हमारे देश के लोगों को बहुत सारी बीमारियों का सामना करना पड़ता है, सोचने वाली बात है कि बीमारी इतनी क्यों फेल रही हैं,इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि हमारे देश में स्वच्छता नहीं है,अगर हम हमारे देश को स्वच्छ बनाने की कोशिश करेंगे तो हम स्वस्थ होंगे,हमारा परिवार स्वस्थ होगा,स्वच्छता के विषय में हम सभी को जागरुक करने के लिए कुछ अभियान भी चलाये गए,जो हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने भी चलाएं हम सभी को सुबह उठकर अपने घर की साफ सफाई करना चाहिए,घर के आस-पास भी साफ-सफाई करना चाहिए और कहीं पर भी गंदगी नहीं फैलाना चाहिए अगर कुछ भी फेकना हो तो वह कूड़ेदान में फेंक देना चाहिए और हम सभी को स्वच्छ वातावरण में रहना चाहिए तभी हम स्वस्थ रह सकेंगे और इस ओर लोगों को जागरुक करने की जरूरत है दरअसल होता है यह है कि हम सब यही सोचते रहते हैं कि हमारे अकेले परिवर्तन करने से क्या होगा बस यही हमारी गलती होती है.
दोस्तों हम सभी को खुद स्वच्छता की ओर विशेष कदम उठाने की जरुरत है तभी हम सब स्वस्थ हो सकेंगे और हमारा देश आने वाली भयंकर बीमारियों का सामना करने से पहले ही उस बीमारी को खत्म कर देगा,हम सभी को स्वच्छता के बारे में हर एक नागरिक को जानकारी देने की जरूरत है गांव-गांव में दोस्तों में,रिश्तेदारों में इस और विशेष जानकारी देने की जरूरत है और देश को स्वच्छ बनाने की जरूरत है तभी हमारा देश विकास कर सकेगा तभी हमारे देश के युवा स्वस्थ रह सकेंगे,आज हम देखते हैं कि पहले के मुकाबले आज बहुत से लोग बीमारियों से पीड़ित होते हैं कुछ लोग तो गंभीर बीमारियों से पीड़ित होते हैं सोचने वाली बात यह है कि यह सब कैसे?
आजकल तो बच्चों से लेकर,नव युवकों से लेकर,बुजुर्गों तक हर कोई बीमारी से पीड़ित होता है आखिर यह सब क्यों हो रहा है दोस्तों कहीं ना कहीं इसमें सबसे बड़ा योगदान हमारे अस्वस्छ वातावरण का है,अगर हम हमारे वातावरण को स्वच्छ करेंगे तो बहुत हद तक हम अपनी
बीमारियों को खत्म कर सकेंगे या फिर आने वाली बीमारियों को नहीं आने देंगे क्योकि इस वातावरण से ही जल,वायु प्रुदुषित होते है और हमको बहुत सारी बीमारिया हो जाती है इसलिए हम सभी देश को स्वच्छ बनायेंगे और स्वस्थ बनायेंगे.
दोस्तों किसी ने खूब कहा है “जब जागो तभी सवेरा” यानी अगर आपको स्वच्छता के फायदो के बारे में सी पता चल गया है,अब बस आपको स्वच्छता की ओर पहल करने की जरुरत है क्योकि अगर आप अभी नहीं बदले तो हमको आगे बहुत बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता,हम सोचते है की ये तोह बहुत ही छोटी सी बात है लेकिन वाकई में ये ही सबसे बड़ी समस्या हमारे लिए बन सकती है इसलिए हमेशा अपने वातावरण को स्वच्छ रखे और हमेशा स्वस्थ रहे.यही हमारा आज की पोस्ट को लिखने का मकसद है कि आप हमेशा स्वस्थ रहें और हमेशा स्वस्थ रहें.
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उत्तर
भारत दुनिया के उत्तर पूर्व में एक विशाल देश है। भारत अन्य देशों की तुलना में जनसंख्या में 2 वें स्थान पर आता है और जनसंख्या की संख्या में वृद्धि के कारण पूरे देश में गंदगी और अधिक भयावहता पैदा होती है। पानी, मिट्टी और हवा में प्रदूषकों का बढ़ना लोगों में बीमारियों के बढ़ने का मुख्य कारण है। देश के बारे में सोचे बगैर ही लोग यहां-वहां कचरा फेंक रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोग कुछ सांस्कृतिक और धार्मिक धब्बों पर लाइटर फेंकते थे जो कि विदेशियों के मन में देश के लिए घृणा पैदा करता है और महसूस करता था। इन सभी समस्याओं को देखकर हमारी सरकार ने कुछ गंभीर फैसले लिए थे। सरकार ने जागरूकता फैलाने और देश को स्वच्छ बनाने के लिए कई कार्यक्रम और अभियान शुरू किए। 'स्वच्छ भारत अभियान' कई कार्यक्रमों में से एक है।
साथ ही, स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 'इक कड़म स्वछता की या ’जैसे कई नारे लगाए गए। इसलिए हम सभी को एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की जरूरत है।
स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारतीय
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भारत दुनिया के उत्तर पूर्व में एक विशाल देश है। भारत अन्य देशों की तुलना में जनसंख्या में 2 वें स्थान पर आता है और जनसंख्या की संख्या में वृद्धि के कारण पूरे देश में गंदगी और अधिक भयावहता पैदा होती है। पानी, मिट्टी और हवा में प्रदूषकों का बढ़ना लोगों में बीमारियों के बढ़ने का मुख्य कारण है। देश के बारे में सोचे बगैर ही लोग यहां-वहां कचरा फेंक रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोग कुछ सांस्कृतिक और धार्मिक धब्बों पर लाइटर फेंकते थे जो कि विदेशियों के मन में देश के लिए घृणा पैदा करता है और महसूस करता था। इन सभी समस्याओं को देखकर हमारी सरकार ने कुछ गंभीर फैसले लिए थे। सरकार ने जागरूकता फैलाने और देश को स्वच्छ बनाने के लिए कई कार्यक्रम और अभियान शुरू किए। 'स्वच्छ भारत अभियान' कई कार्यक्रमों में से एक है।
साथ ही, स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 'इक कड़म स्वछता की या ’जैसे कई नारे लगाए गए। इसलिए हम सभी को एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की जरूरत है।
स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारतीय
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