coversation betwwen two friens on child labour in hindi
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सचिन: "हम लोग बहुत भाग्यशाली हैं जो हमको स्कूल में पढ़ने का अवसर मिला है।"
सुरेश: "तुम्हें ऐसा क्यों लगता है?"
सचिन: "कल मेरे पिताजी मुझे एक फैक्ट्री में घूमाने के लिए ले गए थे।"
सुरेश: "अच्छा।"
सचिन: "वहां मैंने देखा कि मेरी उम्र के अनेक बच्चे काम कर रहे थे। मुझे उनकी दशा देखकर बहुत दुःख हुआ।"
सुरेश: "क्या तुमने उनसे बात भी करी?"
सचिन: "हाँ, मैंने एक बहुत छोटे लड़के से बात करी। वह देखने में बहुत दुबला पतला है। उसने बताया कि उसके माता पिता बहुत गरीब हैं। इसलिए वह स्कूल नहीं जा सकता और उसे अपना पेट भरने के लिए स्वयं श्रम करना पड़ता है।"
सुरेश: "सच में यह तो बहुत दुःख की बात है।"
सचिन: "मेरे पिताजी ने बताया कि चौदह और पंद्रह वर्ष से कम उम्र के बच्चों से इस प्रकार फैक्ट्री में काम करवाना कानून के विरूद्ध है।"
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राज: राम, टुमे क्या लगता हे, बचों से काम करना अची बात हे?
राम: इस्मे बुरी बात क्या हे? बचों को काम मिलता हे
राज: हम, पूर बचों की उमर तो खेलने की होती हे
राम: अब हर कोई तो नही खेल सकता ना, काम भी करना होता हे
राज: और परह कों करे गा
राम: परह इतनी महनगी हे यह क्या कराईं गे
राज: परह सरकार मुफ़्त देती हे हमे चियाए के बचों से काम ना कराईं.
राम: इस्मे बुरी बात क्या हे? बचों को काम मिलता हे
राज: हम, पूर बचों की उमर तो खेलने की होती हे
राम: अब हर कोई तो नही खेल सकता ना, काम भी करना होता हे
राज: और परह कों करे गा
राम: परह इतनी महनगी हे यह क्या कराईं गे
राज: परह सरकार मुफ़्त देती हे हमे चियाए के बचों से काम ना कराईं.
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