Social Sciences, asked by ghodamvishal35, 3 months ago

डिबेंचर के मुद्दे पर नुकसान के रूप में माना जाता है - ऋणप्राच्य
विक्रीवरील तोटा व्यूविले जाते हैं।​

Answers

Answered by sexyboy92
0

Answer:

क़ानून में, डिबेंचर एक दस्तावेज है जो ऋण सृजित करता है या उसे स्वीकार करता है। कार्पोरेट वित्त में यह शब्द, पैसे उधार लेने के लिए बड़ी कंपनियों द्वारा प्रयुक्त मध्यम से दीर्घावधि ऋण लिखत के लिए इस्तेमाल होता है। कुछ देशों में इस शब्द को बांड, ऋण स्टॉक या नोट के लिए अंतर्बदल तौर पर उपयोग किया जाता है।

डिबेंचर

आम तौर पर डिबेंचर, डिबेंचर-धारक द्वारा स्वतंत्र रूप से हस्तांतरणीय हैं। डिबेंचर-धारकों को कोई वोटिंग अधिकार नहीं होता और उनको प्रदत्त ब्याज, कंपनी की वित्तीय विवरणियों में लाभ के प्रति प्रभार होता है।

संयुक्त राज्य अमेरिका में, डिबेंचर विशेष रूप से एक बेजमानती कॉर्पोरेट बांड को निर्दिष्ट करता है;[1] अर्थात्, एक बांड, जहां बांड की परिपक्वता पर मूलधन को लौटाने की गारंटी के लिए निश्चित आय या संपत्ति का अंश या उपकरण मौजूद नहीं है। अमेरिका में ऋण स्टॉक या बांड के लिए जहां जमानत उपलब्ध कराई जाती है, उन्हें 'बंधक बांड' कहा जाता है।

लेकिन, यूनाइटेड किंगडम में आम तौर पर डिबेंचर जमानती होते हैं।[2] एशिया में, यदि भूमि पर प्रभार द्वारा चुकौती रक्षित हो, तो ऋण दस्तावेज को बंधक कहा जाता है; जहां चुकौती, कंपनी की अन्य आस्तियों पर प्रभार द्वारा रक्षित होती है, दस्तावेज को डिबेंचर कहा जाता है; और जहां कोई जमानत शामिल ना हो, दस्तावेज को नोट या 'ग़ैर जमानती जमा नोट' कहा जाता है।[3]

एक अमेरिकी निगम को तब फ़ायदा पहुंचता है, जब वह डिबेंचर (जमानती कॉर्पोरेट बांड जारी करने के बजाय) जारी करता है, क्योंकि इस वजह से कंपनी को परिपक्वता पर मूलधन चुकौती में उसके द्वारा चूक के प्रति गारंटी देने के लिए किसी परिसंपत्ति या आय को अलग रखने की आवश्यकता नहीं होगी.इसलिए, डिबेंचर जारी करने वाले निगम द्वारा अन्यथा एक अलग खाते में धारित की जाने वाली उन परिसंपत्तियों या निधि का इस्तेमाल, अन्य वित्तीय गतिविधियों के लिए किया जा सकता है।

Similar questions