'डॉक्टरों का जीवन सेवा और साधना का होता है।' विषय पर अपने विचार लिखिए।
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सामान्य रोगों में कोई भी डॉक्टर इलाज कर लेता है, पर दुर्घटना होने पर गुर्दे खराब हाने पर, नेत्र ज्योति नष्ट होने पर हमें शल्य चिकित्सक का ही सहारा लेना पड़ता है । ... डॉक्टरों का जीवन सेवा और साधना का होता है । कई बार ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर को कई-कई घंटे काम करना पड़ता है
Explanation:
डॉ॰ हरिसिंह गौर, (२६ नवम्बर १८७० - २५ दिसम्बर १९४९) सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक, शिक्षाशास्त्री, ख्यति प्राप्त विधिवेत्ता, न्यायविद्, समाज सुधारक, साहित्यकार (कवि, उपन्यासकार) तथा महान दानी एवं देशभक्त थे। वह बीसवीं शताब्दी के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मनीषियों में से थे। वे दिल्ली विश्वविद्यालय तथा नागपुर विश्वविद्यालय के उपकुलपति रहे। वे भारतीय संविधान सभा के उपसभापति, साइमन कमीशन के सदस्य तथा रायल सोसायटी फार लिटरेचर के फेल्लो भी रहे थे।उन्होने कानून शिक्षा, साहित्य, समाज सुधार, संस्कृति, राष्ट्रीय आंदोलन, संविधान निर्माण आदि में भी योगदान दिया।