Hindi, asked by dharmenderpwr, 7 months ago

"Dakshin Disha me pair krke nhi soya" panktii me alankar btaiye ( Path 16 Yamraj ki Disha) answer fast.....

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Answered by sam1258
9

Answer:

यमराज की दिशा (चंद्रकांत देवताले)

निम्नलिखित काव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

माँ की ईश्वर से मुलाकात हुई या नहीं

कहना मुश्किल है

पर वह जताती थी जैसे

ईश्वर से उसकी बातचीत होती रहती है

और उससे प्राप्त सलाहों के अनुसार

जिंदगी जीने और दुख बरदाश्त करने के

रास्ते खोज लेती है।

कवि की माँ क्या जलाया करती थी?

माँ के कार्यों से क्या अनुमान लगता है?

उक्त पंक्तियों से हमें समाज के बारे में क्या पता चलता है?

कवि ने हर दिशा को मृत्यु की दिशा कहकर आम आदमी को क्या संदेश दिया है? यमराज की दिशा काव्य के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

कवि को दक्षिण दिशा पहचानने में कभी मुश्किल क्यों नहीं हुई? यमराज की दिशा काव्य के आधार पर बताइए।

भाव स्पष्ट कीजिए-

सभी दिशाओं में यमराज के आलीशान महल हैं

और वे सभी में एक साथ

अपनी दहकती आँखों सहित विराजते हैं।

कवि की माँ ने उसे जो सीख दी थी उसकी परिधि आज किस तरह विस्तृत हो गई है? यमराज की दिशा कविता के आधार पर लिखिए।

कवि ने ऐसा क्यों कहा कि दक्षिण को लाँघ लेना संभव नहीं था? यमराज की दिशा के संदर्भ में बताइए।

Explanation:

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