Dav publication gyan sagar book question /answer
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Dav publication gyan sagar book question /answer
प्रश्न 1.गर्मी का वृक्षों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर गर्मी की प्राचीनता के कारण पेड़ के पत्ते झुलस गए थे। कुछ वृक्षों के पत्ते तो पूरे झड़ गए थे जिन्हें देखकर ऐसा लग रहा था मानो बड़े-बड़े कंकाल खड़े हो।
प्रश्न 2. 'जूते फटे हुए,जिनमें से झांँक रही गांवों की आत्मा'- कविता की इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर जूते फटे हुए थे जिसमें से झांँक रही थी। गांँव की आत्मा इस पंक्ति के माध्यम से कवियित्री हमें गांँव की आर्थिक दुर्दशा के बारे में बता रही है कि ग्रामीण लोगों की वेशभूषा और जीवनशैली से यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि उनका जीवन अभावों में ही बीत रहा था।
प्रश्न 3 गर्मी में बड़े घर के कुत्तों को प्राप्त सुविधाओं और आम आदमी की मजबूरी की तुलना कीजिए।
उत्तर गर्मी में बड़े घरों के कुत्तों को वातानुकूल कमरों में रहने की व्यवस्था होती है। बाथरूम में पानी की हल्की ठंडक में आंख मूंद कर लेटे रहते हैं और दूसरी तरफ आम आदमी अपने दो वक्त की रोटी के लिए गर्मी कि ताप सहने के लिए मजबूर है।जो इस बात को दर्शाता है कि अमीर के कुत्ते आम आदमी से अच्छा जीवन व्यतीत करते हैं।
प्रश्न 4 दोपहर बीत जाने के बाद संध्या के समय भी कोई बाहर क्यों नहीं निकलता?
उत्तर दोपहर बीत जाने के बाद संध्या में भी कोई बाहर इसलिए नहीं निकलता है, क्योंकि गर्म हवा की लहरों से शरीर को कष्ट पहुंचता है।
प्रश्न 5 कविता के दिए गए अंश को पढ़कर प्रश्न के उत्तर दीजिए-
कभी एक ग्रामीण धरे कंधे पर लाठी
सुख-दुख की मोटी -सी गटरी
लिए पीठ पर भारी
जूते फटे हुए
जिसमें से झांक रही गांव की आत्मा ।
जिंदा रहने के कठिन जतन में
पाव बढ़ाए आगे जाना ।
घर की खपरैलों के नीचे
चिड़ियांँ भी दो-चार खोल
उड़ती छिपती थी
खुले हुए आंगन में फैली
कड़ी धूप से
क) ग्रामीण ने कंधे पर क्या उठाया हुआ था?
उत्तर ग्रामीण ने कंधे पर लाठी के सहारे एक गठरी उठाया हुआ था।
ख) ग्रामीण पाँव आगे क्यों बढ़ाया जा रहा था?
उत्तर ग्रामीण पाँव आगे जिंदा रहने के लिए कठिन कोशिश में बढ़ाया जा रहा था।
ग) चिड़िया किस कारण से और कहाँ उड़ती -छिपती थी?
उत्तर चिड़िया कड़ी धूप से बचने के लिए घर की खपरैलों के नीचे छाया की तलाश में उड़ती-छपती थी।
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