Dear students
These are the assignment questions of Hindi
1. मास्टर जी अप्पू से कौन सा सवाल पूछते हैं और वह कौन सी दुनिया में खोया हुआ था?
2. कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तब क्या होता है?
3. ड्राइवर को अप्पू की किस बात पर हंसी आती है?
4. इस अध्याय से आपने क्या ज्ञान अर्जित किया? अपने शब्दों में लिखें।
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2) कंचे जब जार से निकलकर अप्पु के मन में समा जाते हैं, तब उसे लगता है मानो दुकान में रखा वह छोटा-सा जार आसमान से भी बड़ा हो गया है, वह भी उसके भीतर आ गया है और रंग-बिरंगे कंचो के साथ खेलने लग गया है। वहीं कक्षा में भी अप्पु को रेलगाड़ी का बॉयलर कंचों के जार जैसा लगता है। अर्थात् कहने का मतलब है कि कंचो का जार अप्पू को इतना सम्मोहित कर लेता है कि वह हर चीज की तुलना कंचो व कंचों के जार से करने लग जाता है।
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1:- जब मास्टर जी कक्षा में रेलगाड़ी का पाठ पढ़ा रहे थे तो अप्पू तो कंचों की दुनिया में खोया था उसका ध्यान मास्टर जी के द्वारा पढ़ाए जाने वाले पाठ में बिलकुल न था।
Explanation:
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