Debate on 'Desh bhakti ki bhavna kal ki baat ho gayi hai'. Even a paragraph would work for this topic.Not to be copied from Google.
Answers
Answered by
38
देशभक्ति के नाम पर सच्चे देशभक्त मिलना बहुत मुश्किल सा हो गया है। सब देश के लिए कुछ करना चाहते हैं मगर जब वास्तव में कुछ करना होता है तो किसी की कोई खबर नहीं होती है। सबकी हाथों में मुट्ठी बंध जाती है।
देशभक्ति तो गांधी , नेहरू और भगत सिंह जी के समय में देखने को मिलता था जो देश के लिए फांसी के फंदे को गले लगाने से नहीं डरते थे।
आज तो देश में कुछ हो जाए तो लोग सोशल मीडिया में तो विरोध करते हैं मगर सड़क पर उतरकर विरोध करने की हिम्मत नहीं करते हैं।
गांधी नेहरू की देशभक्ति तो मानो कल की बात थी आज तो सब सिर्फ नाम के देशभक्त हैं।
देशभक्ति तो गांधी , नेहरू और भगत सिंह जी के समय में देखने को मिलता था जो देश के लिए फांसी के फंदे को गले लगाने से नहीं डरते थे।
आज तो देश में कुछ हो जाए तो लोग सोशल मीडिया में तो विरोध करते हैं मगर सड़क पर उतरकर विरोध करने की हिम्मत नहीं करते हैं।
गांधी नेहरू की देशभक्ति तो मानो कल की बात थी आज तो सब सिर्फ नाम के देशभक्त हैं।
Answered by
13
Explanation:
Answer:
Explanation:
आजकल लोग स्वार्थी बन रहे हैं तथा देश से प्रेम नहीं कर रहे हैं . कुछ लोग पैसों के लिए अपने ही देश को बर्बाद करने में लगे हैं . देश के कई सैनिकों ने अपने देश के लिए अपना प्राण दे रहे है तो उसी देश में कई भ्रष्ट नेता और लोग चोरी, हत्या, तथा गरीबो को लूट रहे है. इसलिए देशभक्ति की भावना आजकल मजाक बनती जा.
जय हिन्द जय महाराष्ट्र
Similar questions