describe about computer in Hindi in 150 words
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Answer: कंप्यूटर आज लोगों के जीवन में बेहद सहज और प्राथमिक बन चुका है। ये कम समय में एक से अधिक कार्य संपन्न कर सकता है। ये कम समय खर्च करते हुए अकेले ही कई इंसानों के बराबर काम करने के योग्यता रखता है। ये उच्च सामर्थ्य की सार्थकता है। सबसे पहला कंप्यूटर मैकेनिकल था जो चार्ल्स बेबेज द्वारा बनाया गया था। कोई भी कंप्यूटर ठीक ढ़ंग से काम करने के लिये अपने हार्डवेयर और इंस्टॉल्ड ऐप्लिकेशन सॉफ्टवेयर की सहायता लेता है। यूपीएस, सीपीयू, प्रिंटर, माउस, की-बोर्ड आदि कंप्यूटर की सहयोगी सामाग्री है।
किसी डिवाइस के माध्यम से कंप्यूटर में डाले गए किसी भी डेटा को इनपुट डेटा और उसमें सहायक डिवाइस को इनपुट डिवाइस कहते है और जो डेटा हमें बाहर से प्रिंटर आदि के माध्यम से प्राप्त होता है उसे आउटपुट डेटा और इसमें उपयोग हुये डिवाइस को आउटपुट डिवाइस कहते है। कंप्यूटर में दिया गया इनपुट डेटा सूचना में परिवर्तित हो जाता है जिसे किसी भी समय संग्रहित या बदलाव किया जा सकता है। कंप्यूटर, डेटा को संग्रहित करने का सुरक्षित हथियार है जिसका विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग होता है। इसके माध्यम से हमलोग बिल जमा कर सकते है, खरीदारी कर सकते है, विडियो चैट, ईमेल, मैसेजिंग आदि कार्य दुनिया के किसी भी कोने से कर सकते है।
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प्रस्तावना:- आज हमारा देश, या यूं कहें आज का युग तकनीकी और वैज्ञानिक युग है आज तकनिकी अविष्कारों में कंप्यूटर भी वैज्ञानिकों की देन है जो कि एक सर्वशक्तिमान सुपरमैन की तरह है परंतु यह केवल एक स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक मशीन है। उसका प्रयोग संस्थानों तथा उद्योग-धंधों, कार्यालय हर क्षेत्र में इसका प्रयोग विशाल रूप में किया जा रहा है कंप्यूटर सूचना एकत्रित करने के साथ ही निष्कर्ष निकालने का कार्य भी करता है इसलिए यह बहुत ही लाभकारी तथा मार्गदर्शक सिद्ध हो रहा है। यह एक प्रकार से मानव के मस्तिक से जन्म लिया मानव मस्तिष्क ही है। जिसने कंप्यूटर का रुप लिया है।
कंप्यूटर क्या है:– कंप्यूटर एक प्रकार से यांत्रिक मस्तिष्क या यूं कहें इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है कंप्यूटर शब्द लैटिन शब्द से लिया गया है इसका अर्थ होता है गणना करना ,कंप्यूटर बहुत कम समय में गणना करके हमारे आंखों के सामने इसकी गणना निकाल देता है।कंप्यूटर का इतिहास:- सबसे पहले 1000 ई.पू. जापान में एबेकस नामक यंत्र तैयार किया गया था इसके माध्यम से गणित के प्रश्नों का हल किया जाता था और फिर फ्रांस के ब्लेन पैस्कल ने 1673 इसवी में कंप्यूटर को बनाकर तैयार किया। परंतु आधुनिक कंप्यूटर का आविष्कार का श्रेय इंग्लैंड के चार्ल्स बैबेज को जाता है 1833 में उन्होंने इसे बनाया था। इसकी लोकप्रियता को देखकर भारत सरकार ने 1965 में इसका आयात किया 1985 में निजी कंप्यूटर आया फिर 1986 में आधे मूल्य में इसका आयत किया अब इसका प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में विशाल रूप से किया जाता है। अब व्यक्ति खुद कंप्यूटर पर गणना करके समस्याओं का निपटारा कर लेता है।
कंप्यूटर का विकास
(1) 1450 B.C. अबेकस- यह एक प्राचीन गणना यंत्र है।
(2) 1600 A.D. नेपियर बोंस- यह दूसरा गणना यंत्र है।
(3) 1642 A.D. ब्लेस पास्कल- फ्रांस के गणितज्ञ ब्लेस पास्कल ने बनाया , 1642 मे यांत्रिक गणना मशीन।
(4) 1962 A.D. मल्टिप्लाई मशीन- गोटरीड लेबनीज (जर्मनी )ने पास्कल के मशीन को बेहतर बनाया जिसमें जिसमें गुणा भाग किया जाता है।
(5) 1813 A.D. डिफरेंस इंजन चार्ल्स बैबेज- इंग्लैंड 19वीं सदी में जटिल गणना के लिए 1813 में डिफरेंस इंजन का विकास।
(6) 1800 A.D. जैकुआर्ड लूम- जोसेफ मारी जेकुआर्ड लूम 19 वीं सदी में एक प्रोग्राम किया जाने वाला लूम बनाया।
ये कम्प्यूटर का 1450 से 1900 सदी तक का विकास है
कंप्यूटर के उपयोग (लाभ)
(1) कंप्यूटर का उपयोग औद्योगिक क्षेत्र में।
(2) कंप्यूटर का प्रयोग घरों में किया जाता है।
(3) कंप्यूटर का उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में किया जाता है।
(4) सूचना एवं समाचार के क्षेत्र में।
(5) कंप्यूटर का प्रयोग बैंक में किया जाता है।
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