Hindi, asked by annny1060, 1 year ago

Detail Summary of jamun ka ped Krishna chander

Answers

Answered by mchatterjee
33

‘जामुन का पेड़’ कृश्नचंदर ने की एक प्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कथा है| हास्य-व्यंग्य के लिए चीजों को अनुपात से ज्यादा फैला-फुलाकर दिखलाने की परिपाटी पुरानी है और यह कहानी भी उसका अनुपालन करती तो इसलिए यहाँ घटनाएँ अतिशयोक्तिपूर्ण और अविश्वसनीय जान पड़ें, तो कोई हैरत नहीं| विश्वसनीयता ऐसी रचनाओं के मूल्याकंन की कसौटी नहीं हो सकतीं| प्रस्तुत पाठ में हँसते-हँसते हमारे भीतर इस बात की समझ पैदा होती है कि कार्यालयी तौर-तरीकों में पाया जाने बाला विस्तार कितना निरर्थक और पदानुक्रम कितना हास्यास्पद है| कहानी में व्यवस्था के सवेदनशून्य एवं अमानवीय होने का पक्ष भी हमारे सामने आता है|

रात में चले तेज आँधी के कारण जामुन का पेड़ सचिवालय के लॉन में गिर गया, जिसके नीचे एक आदमी दब गया था| माली ने देखा तो यह बात उसने चपरासी को बताई| धीरे-धीरे यह बात पूरे सचिवालय में फ़ैल गई| सभी जामुन के पेड़ के गिरने पर दुःख जता रहे थे, लेकिन दबे हुए आदमी के बारे कोई नहीं सोच रहा था| कुछ मनचले क्लर्कों ने कानून की परवाह किए बिना निश्चय किया कि पेड़ काटकर आदमी को निकाल लिया जाए| लेकिन सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि मामला कृषि विभाग का है, इसलिए पेड़ को वे काट नहीं सकते| इस प्रकार मामला व्यापार विभाग से कृषि विभाग तक पहुँच जाता है| कृषि विभाग वाले मामले को हॉर्टीकल्चर विभाग को सौंप देते हैं क्योंकि जामुन का पेड़ फलदार था| तभी सबको पता चलता है कि दबा हुआ व्यक्ति शायर है| इस खबर के फैलते ही लोगों की भीड़ बढ़ने लगी और मामला कल्चरल विभाग में भेज दिया जाता है| दबा हुआ आदमी दर्द से पीड़ित था और अपने निकाले जाने के फैसले के इंतजार में था| फ़ॉरेस्ट विभाग के लोग पेड़ काटने ही वाले थे, तभी पता चला कि जामुन का पेड़ पीटोनिया राज्य के प्रधानमन्त्री ने लगाया था और इसे काटने से दो राज्यों के संबंध बिगड़ जाते| इसलिए आदेश को रोक दिया गया| प्रधानमंत्री दौरे से वापस आए तो उन्होंने इस मामले की अंतर्राष्ट्रीय जिम्मेदारी स्वयं ली| इस प्रकार पेड़ काटने की अनुमति मिल गई| लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी| दबा हुआ आदमी मर चुका था और उसकी जीवन की फाइल बंद हो चुकी थी| इस प्रकार, सरकारी आदेश और उसकी संवेदनहीनता के आगे एक व्यक्ति अपने जीवन-संघर्ष में हार गया था|
Answered by diyapanchsara31
15

Answer:

Detail Summary of jamun ka ped Krishna chander

Explanation:

i don't know how to type in Hindi....... pls translate it later!

Jamun ka ped is story describing the laziness, selfishness, corruption and stupidity of the government who can cut trees for development, to build factories and residential areas but can not cut a single tree to save a man's life who is stuck under the tree.

In this story, none of the member of the government helps the man, instead passes it on to the next  authority and that department passes the situation to the other department. In this way no one is willing to take the initiative to help the man.

the matter then goes to Prime Minister himself, who gives the permission to cut the tree. when it is finalized that the tree is getting cut, a clerk sees that the man is already dead.

this story also depicts the lack of compassion and humanity as no one except one clerk cared about him. everyone came at the site just to look at him.but only one clerk cared about him, talked to him and fed him. this way people lack compassion.

thank you!

hope this helps!

Similar questions