Dhan ka apvyay rokne ke liye chote bhai ko prerna patra likhiye
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56, समाचार अपार्टमेंट,
फेस-3, मयूर विहार,
नई दिल्ली-110096
दिनांक: ................
प्रिय भाई अनुप,
बहुत स्नेह!
कल पिताजी का पत्र पढ़कर ज्ञात हुआ कि तुम्हारा ध्यान पढ़ाई से हटने लगा है। तुम सारा-सारा दिन फैशन की पत्रिका पढ़ने या कार्यक्रम देखने में बिताते हो। घंटे-घंटे बाज़ार में शांपिग करते रहते हो। नियमित रूप से विद्यालय भी नहीं जाते हो, यह सही नहीं है।
विद्यार्थी जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व होता है। उसे पढ़ाई पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यही समय होता है, जब हम अपने भविष्य की नींव रखते हैं। तुम अपना बहुमूल्य समय पढ़ने-लिखने के स्थान पर फैशन में और व्यर्थ के क्रियाकलापों में लगा रहे हो। यदि तुम इसी तरह पढ़ाई-लिखाई छोड़कर फैशन के नाम पर समय बर्बाद करते रहोगे, तो तुम्हारा भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। फैशन करने के लिए तो बहुत समय पड़ा है परन्तु शिक्षा प्राप्त करने का उचित समय यही है। इस तरह के व्यवहार से तुम सबकी आशाओं में पानी फ़ेर रहे हो।
आशा करता हूँ कि तुम मेरे इस पत्र को गंभीरता से लोगे और अपना ध्यान अपनी पढ़ाई में लगाओगे।
तुम्हारा बड़ा भाई,
निशांत
फेस-3, मयूर विहार,
नई दिल्ली-110096
दिनांक: ................
प्रिय भाई अनुप,
बहुत स्नेह!
कल पिताजी का पत्र पढ़कर ज्ञात हुआ कि तुम्हारा ध्यान पढ़ाई से हटने लगा है। तुम सारा-सारा दिन फैशन की पत्रिका पढ़ने या कार्यक्रम देखने में बिताते हो। घंटे-घंटे बाज़ार में शांपिग करते रहते हो। नियमित रूप से विद्यालय भी नहीं जाते हो, यह सही नहीं है।
विद्यार्थी जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व होता है। उसे पढ़ाई पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यही समय होता है, जब हम अपने भविष्य की नींव रखते हैं। तुम अपना बहुमूल्य समय पढ़ने-लिखने के स्थान पर फैशन में और व्यर्थ के क्रियाकलापों में लगा रहे हो। यदि तुम इसी तरह पढ़ाई-लिखाई छोड़कर फैशन के नाम पर समय बर्बाद करते रहोगे, तो तुम्हारा भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। फैशन करने के लिए तो बहुत समय पड़ा है परन्तु शिक्षा प्राप्त करने का उचित समय यही है। इस तरह के व्यवहार से तुम सबकी आशाओं में पानी फ़ेर रहे हो।
आशा करता हूँ कि तुम मेरे इस पत्र को गंभीरता से लोगे और अपना ध्यान अपनी पढ़ाई में लगाओगे।
तुम्हारा बड़ा भाई,
निशांत
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