Hindi, asked by farzanakalsekar1978, 10 months ago

dharti se juda rehkar hi manushya Apne lakshya Ko prapt kar Sakta hai is vishay par apna mat prakat kijiye​

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Answered by shishir303
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                                                (अनुच्छेद)

धरती से जुड़ा रहकर ही मनुष्यता के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है

धरती से जुड़ा रहकर ही मनुष्यता के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। धरती से जुड़ा रहने से तात्पर्य अपने अपनी जड़ों से जुड़े रहना है। जिस भूमि, जिस संस्कृति में जन्म लिया हो, जिस वातावरण में पले-बढ़े हों, जो संस्कार पाए हों, उन सब को ना भूलना ही धरती से जुड़े रहने का विस्तारित अर्थ हैं। जीवन में चाहे कितनी भी ऊंचाई प्राप्त कर लें, लेकिन अपनी जड़ों से जुड़े रहना ही मनुष्यता की सबसे बड़ी पहचान है। धरती से जुड़े रहने से मनुष्य अपनी मनुष्यता की सीमा में रहता है, जिससे वह वो कार्य करने से बचता है, जो मनुष्यता के की परिभाषा के धूमिल करते हों। इस तरह मनुष्य अपनी मनुष्यता के स्वभाव और आचरण बरकरार रख पाता है और वो मनुष्यता के लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है।

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Answered by khushi365019
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Answer:

लक्ष्य का अर्थ है निर्धारित उद्देश्य, जिसे प्राप्त करने के लिए गंभीरता पूर्वक नजर रखी जाए और उसे अर्जित करने के लिए यथासंभव प्रयास किया जाए। हर व्यक्ति का अपने अपने ढंग से लक्ष्य निर्धारण करने और उसे अर्जित करने का अपना तरीका होता है। कोई इसे हल्के-फुल्के ढंग से लेता है और बड़े से बड़ा लक्ष्य निर्धारित कर लेता है। ऐसे लक्ष्य क्षमता की कमी और अपर्याप्त साधन के अभाव में कभी पूरे नहीं हो पाते। जो व्यक्ति अपनी क्षमता और अपने पास उपलब्ध संसाधनों के अनुसार लक्ष्य का निर्धारण और उसकी पूर्ति के लिए तन-मन-धन से प्रयास करता है, वह व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में अवश्य सफल होता है। ऐसे दूरदर्शी व्यक्ति जमीन से जुड़े हुए होते हैं और समझ-बूझ कर अपना लक्ष्य निर्धारित करते तथा उसके निरंतर प्रयासरत रहते हैं।

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