Dhul paath ke lekhak mein dhul aur mitti mein kya antar bataya hai
Answers
Answer:
लेखक ने धूल और मिट्टी में बहुत अंतर बताया है। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं, मिट्टी रुप है तो धूल प्राण है। मिट्टी की आभा धूल है तो मिट्टी की पहचान भी धूल है।लेखक का मानना है कि मिट्टी और धूल में वही अंतर है जो शब्द और रस में, देह और प्राण में, चाँद और चाँदनी में। बिना रस के हम शब्द की कल्पना नहीं कर सकते हैं। बिना प्राण के यह देह बेकार हो जाता है। बिना चाँदनी के चाँद की सुंदरता चली जाती है। उसी तरह बिना धूल के मिट्टी का कोई अस्तित्व ही नहीं है।
good night..
Explanation:
लेखक ने धूल और मिट्टी में अंतर मा ना है उनके अनुसार यहां अंतर बहुत बड़ा नहीं है दोनों एक दूसरे के पूरक है इन दोनों के बीच उतना ही अंतर है जितना शब्द और रस में होता है और प्राण में होता है चांद और चांदनी में होता है फास्ट है कि एक ही कल्पना दूसरे के बिना नहीं की जा सकती मिट्टी की चमक का नाम धूल है और मिट्टी के रूप रंग की पहचान उसकी धूल से ही होती है