Diary lekhan on jab aapne ghayal pakshi ki madad ki
Answers
शुभ रात्रि डायरी
घायल पक्षी की मदद करने पर डायरी लेखन।
Explanation:
सोमवार,
12 मार्च 2020,
रात्रि 9 बजे,
प्रिय डायरी,
आज जब मैं विद्यालय से घर आ रही थी तो मैंने रास्ते में एक ऐसे पक्षी को देखा जो दर्द से कराह रहा था। जब मैंने पास जाकर देखा तो यह एक कबूतर था जिसके एक पैर में चोट लगी हुई थी और वह बहुत बुरी तरह घायल हो रखा था। कबूतर को ऐसे दर्द से कर रहा था देख मुझे बहुत बुरा लग रहा था लेकिन मैंने आज से पहले कभी किसी पक्षी को अपने हाथ में नहीं लिया था इसलिए मुझे थोड़ा डर भी लग रहा था। जब मैंने पक्षी को हाथ लगाया तो वह और जोर से फड़फड़ाने लगा। उस पक्षी की आंख में आंसू देख मुझे बहुत बुरा लगा और मैंने उसे बचाने की ठान ली। मैं जल्दी से उस पक्षी को घर ले आई और फिर मैंने उस पक्षी के घाव को डिटॉल से धोया। पक्षी को गांव में जलन होने से वह और फड़फड़ाने लगा लेकिन कुछ देर बाद मैंने उस पक्षी के घाव पर मरहम पट्टी कर दी और उसे दाना खिलाया। पक्षी कुछ देर तक शांत रहा और बाद में मेरे साथ थोड़ा घुल मिल गया। आज इस पक्षी को बचा कर मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। अब मैं इस पक्षी को जल्द से जल्द ठीक करके खुले आसमान में उड़ाना चाहती हूँ।
शुभ रात्रि।
प्रिया
और अधिक जानें:
डायरी लेखन
brainly.in/question/11486084