Difference between old generation and new generation school in hindi
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Explanation:
There are vast different between our generation and our parent generations. Our parents generations were thinking were restricted to his family and his native, but our generations thinking are related to our nation as well as whole world.
Our parent’s generations were not thinking about world. They were just thinking that how we can earn enough money for fulfilling a basic need of family. This generation’s people are thinking that we have to earn lots of money for giving luxurious life to our family. Olden people were thinking that women had to just handle the family and her child. But in the new era women have to handle the family as well as the women have to become educated and do the job. Olden generation people were thinking that if you want to earn more money then we have to leave our country and settled in abroad country. By going abroad we have got a name and fame both. Olden generation people were thinking that children have to handle the business of our parents. They have no need to do the job. While today’s generations are thinking that children have to do the in the company
Olden generation’s people were thinking that, farming is best business is good and job is worst. New generation people are thinking that, job is best business is good and farming is worst. Olden generation people mostly preferred farming but this generation prefers job.
As per above discussed points I personally believe that their are big generation gap between parents generation and our generation. Parents generations thinking were limited to family, while our generation thinking is broad minded.
Answer:
- पहले के समय में लोगों के पास फ़ोन, टीवी आदि नहीं हुआ करते थे जिनके कारन वो अधिक समय अपने परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ बिता पाते थे. नई पीढ़ी में हर किसी के पास खुद का फ़ोन है जिसमे यदि कहा जाये तो पूरा ब्रम्हांड समाया है और जिसके कारण लोग अपना सारा समय, फ़ोन, टीवी या कंप्यूटर पे बिताते है. जिसके कारण अब लोगों ने आपस में समय बिताना छोड़ दिया है जिनसे सभी के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं.
- # पहले के समय में लोग घरेलू कामों में अधिक रूचि लिया करते थे और हर काम को मन और लगन से करते थे जिसके कारण सभी आपस में घरवालों के साथ अधिक समय व्यतीत करते थे और एक दूसरे का हाथ बटाते थे. आज के समय के लोग अर्थात नई पीढ़ी बाहरी कामों में अधिक रूचि लेती है और घर का काम नहीं करना चाहते साथ ही घर के काम हेतु नौकर नौकरानी रख लेते हैं. जिसके कारण सब अपने अपने काम में व्यस्त रहते हैं और एक दूसरे को समय नहीं दे पाते। पहले के समय में लोग फैशन के पीछे नहीं भागते थे अर्थात जो जिस प्रकार के कपड़े या गहने आदि पहनता था वो हमेशा वही पहनना पसंद करता है जैसे कि “हमारे दादा जी यदि धोती पहनते थे तो कभी उन्होंने पेंट, पैजामा, जीन्स आदि पहनना नहीं चाह” जबकि आज की पीढ़ी फैशन के नाम पे कुछ भी पहनने को तैयार है चाहे वो संस्कृति का हिस्सा हो या न हो.
- # पहले के लोग एक दूसरे को समय देते थे उनके दुःख दर्द बाटते थे. आज के लोग अपना अधिक समय पार्टी, ऑफिस, पिकनिक या अपने मोबाइल पे बिताता है.
- # पहले के लोग एक दूसरे के पेअर छूते थे बड़ों का आशीर्वाद लेते थे जिनसे छोटे के मन में बड़ों के लिए श्रद्धा और बड़ों के मन में छोटो के लिए प्रेम था. नई पीढ़ी आपस में हाथ मिलाते हैं बड़ों के पैर नहीं छूते हैं, हेलो, हेय का प्रयोग करते हैं जिनसे केवल फॉर्मेलिटी बनी रहती है प्रेम और सम्मान नहीं आता.
Explanation:
- # पहले के समय की महिलाएं अपना समय व्यतीत करने के लिए पापड़, अचार, मिगोड़ी आदि बनाती थी जिनसे न केवल समय अच्छा कटता था बल्कि खाने योग्य अच्छा सामान भी बनता था लेकिन अभी के समय की महिलाये समय व्यतीत करने के लिए फिल्म देखने जाती है, मॉल घूमने जाती है जिनसे केवल समय नष्ट होता है.
- ये तो थी कुछ खामियां जो आज के समय की पीढ़ी में बढ़ती जा रही है. यदि आप भी सही समझते हैं इन्हे तो कोशिश कीजिये की अपनी संस्कृति को अधिक से अधिक बचा पाए और अपना समय अपने बच्चों, बड़ों और बूढ़ों के दे पाएं तब ही हम सब में प्यार बढ़ेगा।