Hindi, asked by seemasomani51, 1 year ago

'dil hai chhota sa, chhoti si aasha': bharat ke pradhan mantri ko patra ke madhyam se behatar bharat ke liye apni 1 icha se avgat karaiya (3 para)

'dil hai chhota sa, chhoti si aasha': write a letter to the prime minister of india mentioning 1 wish for your country in hindi. (3 paragraphs)

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Answered by mohammadbiniftpefi4e
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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी,


आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि आप सकुशल होंगे। मैं हमेशा आपके स्वास्थ्य की मंगल कामना करता हूं। आप असीम ऊर्जा के धनी बने रहें, इसकी दुआ करता हूं। पत्र का प्रयोजन सीमित है। विदित है कि सोशल मीडिया के मंचों पर भाषाई शालीनता कुचली जा रही है। इसमें आपके नेतृत्व में चलने वाले संगठन के सदस्यों, समर्थकों के अलावा विरोधियों के संगठन और सदस्य भी शामिल हैं। इस विचलन और पतन में शामिल लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।


दुख की बात है कि अभद्र भाषा और धमकी देने वाले कुछ लोगों को आप ट्वीटर पर फोलो करते हैं। सार्वजनिक रूप से उजागर होने, विवाद होने के बाद भी फोलो करते हैं। भारत के प्रधानमंत्री की सोहबत में ऐसे लोग हों, यह न तो आपको शोभा देता है और न ही आपके पद की गरिमा को। किन्हीं ख़ास योग्यताओं के कारण ही आप किसी को फोलो करते होंगे। मुझे पूरी उम्मीद है कि धमकाने, गाली देने और घोर सांप्रदायिक बातें करने को आप फोलो करने की योग्यता नहीं मानते होंगे।


मुमकिन है कि ये लोग आपके विश्वास का लाभ उठाकर ऐसी भाषा का इस्तमाल करते हों। चूंकि आप प्रधानमंत्री हैं इसलिए यह देखना आपका काम है। आपकी व्यस्तता समझ सकता हूं मगर आपकी टीम यह सुनिश्चित कर सकती है कि आप ऐसे किसी शख्स को ट्वीटर पर फोलो न करें। ये लोग आपकी गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं। भारत की जनता ने आपको असीम प्यार दिया है, कोई कमी रह गई हो, तो आप उससे मांग सकते हैं, वो खुशी खुशी दे देगी, मगर यह शोभा नहीं देता कि भारत के प्रधानमंत्री ऐसे लोगों को फोलो करें जो किसी नागरिक को गालियां देता हो, अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति सांप्रदायिक बातें करता हो और आलोचकों के जीवित होने पर दुख जताता हो।


आज जबसे altnews.in पर पढ़ा है कि ऊं धर्म रक्षति रक्षित: नाम के व्हाट्स ग्रुप में जो लोग मुझे कुछ महीनों से भद्दी गालियां दे रहे थे, धमकी दे रहे थे, सांप्रदायिक बातें कर रहे थे, मुझ जैसे सर्वोच्च देशभक्त व दूसरे पत्रकारों को आतंकवादी बता रहे थे, उनमें से कुछ को आप ट्वीटर पर फोलो करते हैं, मैं सहम गया हूं। प्रधानमंत्री जी, इस व्हाट्स अप ग्रुप में मुझे और कुछ पत्रकारों को लेकर जिस स्तरहीन भाषा का इस्तमाल किया गया वो अगर मैं पढ़ दूं तो सुनने वाले कान बंद कर लेंगे। महिला पत्रकारों के सम्मान में जिस भाषा का इस्तमाल किया गया है वो शर्मनाक है।


सोशल मीडिया पर आपके प्रति भी अभद्र भाषा का इस्तमाल किया जाता है। जिसका मुझे वाक़ई अफसोस है। लेकिन यहां मामला आपकी तरफ से ऐसे लोगों का है, जो मुझे जैसे अकेले पत्रकार को धमकियां देते रहे हैं। जब भी इस व्हाट्स अप ग्रुप से अलग होने का प्रयास किया, पकड़ इसे, भाग रहा है, मार इसे, टाइप की भाषा का इस्तमाल कर वापस जोड़ दिया गया। मैं उनकी भाषा का नमूना यहां साझा नहीं कर सकता क्योंकि मुझे पता है कि मैं भारत के प्रधानमंत्री को पत्र लिख रहा हूं। मेरा दायित्व बनता है कि मैं अपनी सख़्त आलोचनाओं में भी आपका लिहाज़ करूं।

मैं यह पत्र सार्वजनिक रूप से भी प्रकाशित कर रहा हूं और आपको डाक द्वारा भी भेज रहा हूं। अगर आप निखिल दधीज, नीरज दवे और आकाश सोनी को जानते हैं तो उनसे बस इतना पूछ लीजिए कि कहीं इनका या इनके किसी ग्रुप का मुझे मारने का प्लान तो नहीं है। altnews.in का लिंक भी संलग्न कर रहा हूं। पत्र लिखने के क्रम में अगर मैंने आपका अनादर किया हो, तो माफ़ी मांगना चाहूंगा।


आपका शुभचिंतक

रवीश कुमार

पत्रकार

एनडीटीवी इंडिया


seemasomani51: thak u
mohammadbiniftpefi4e: welcome
mohammadbiniftpefi4e: just make me braniliest
Answered by AbsorbingMan
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15 हरा ब्लॉक

पुणे

दिनांक________

माननीय प्रधान मंत्री

721 रेस्ट्रा रोड

नई दिल्ली

विषय: हमारे देश, भारत के लिए मेरे छोटे दिल में छोटी इच्छा

श्रीमान,

मैं आपकी ईमानदार इच्छा व्यक्त करने के लिए आपको लिख रहा हूं। मैं भारत को दुनिया के सबसे विकसित राष्ट्रों में से एक के रूप में देखना चाहता हूं। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष अनुसंधान, रक्षा, शिक्षा, स्वच्छता, आर्थिक समृद्धि, चिकित्सा विज्ञान इत्यादि के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत को प्रगति में भारत की दृढ़ इच्छा है।

यह केवल आपके गतिशीलता और सक्षम नेतृत्व के माध्यम से संभव है। मैं चाहता हूं कि आप उपरोक्त सभी क्षेत्रों के विकास और विकास पर सक्रिय रूप से निगरानी करें। मैं चाहता हूं कि आप व्यक्तिगत रूप से एक गांव, एक शहर, एक शैक्षिक संस्थान, एक अस्पताल, एक महीने में एक वन यात्रा करें ताकि आपकी टीम के साथ प्रगति का स्टॉक ले सकें। यह आपको प्रगति, समस्याओं और समाधान की गति का पहला अनुभव देगा।

मुझे दृढ़ता से लगता है कि आपके निजी दौरे पर सभी क्षेत्रों में प्रगति की गति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मुझे आशा है कि आप मेरी इच्छा और सुझावों पर गंभीर विचार करेंगे। आपके जवाब का इंतज़ार रहेगा। जय हिन्द।

आपका आभारी,

चाँद

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