disadvantages of science for School Championship debate in Hindi
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Disadvantages of science for School Championship debate in Hindi.
विज्ञान के नुकसानों को जानने के बाद आप आश्चर्यचकित रह जायेंगे क्योंकि विज्ञान हमारे लिए जितना लाभदायक है उतना ही विज्ञान के नुकसान भी है | विज्ञान के फायदे के साथ-साथ विज्ञान के नुकसान भी है | हम ऐसा भी कह सकते हैं कि विज्ञान के दो पहलु है, एक लाभदायक और दूसरा नुकसानदायक |
विज्ञान ने ऐसे विनाशकारी हथियारों का आविष्कार किया है, जिससे कुछ भी सेकेंडों में बर्बाद किया जा सकता है | लेज़र बीम, कोबाल्ट बम और मेगाटन बम के आविष्कारों ने मानव जाति के विनाश की संभावनाओं को और भी बढ़ावा दे दिया है | इस प्रकार अगर इन हथियारों का उपयोग किया जाता है, तो वे पूरे मानव जाति के लिए मुसीबत बन जाएगा | इसलिए विज्ञान का सीमित उपयोग ही होना चाहिए यानी केवल अच्छे उद्देश्यों के लिए विज्ञान का उपयोग करें | वैज्ञानिकों के पास विनाशकारी हथियारों के आविष्कारों को रोकने की जिम्मेदारी है, अगर ऐसा नहीं हुआ तो मनुष्य स्वयं को और इस दुनिया को अपने ही हाथों से बर्बाद कर लेगा |
विज्ञान और टेक्नोलॉजी के विकास में आसानी से गैर जिम्मेदार लोगों द्वारा छेड़छाड़ की जा सकती है | टेक्नोलॉजी गलत हाथों में जाने पर समाज पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा तथा साइबर अपराधों के दर में वृद्धि होगी | टेक्नोलॉजी की विफलता हमें असहाय बना सकती है | प्रदूषण का भी मुख्य कारण विज्ञान और टेक्नोलॉजी ही है | साथ-ही टेक्नोलॉजी के माध्यम से परमाणु मिसाइलों के विकास से जीवन के अस्तित्व को धमकी दी गयी है | कभी-कभी यह हमारे जीवन शैली और स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है |
विज्ञान ने न केवल रोबोट का आविष्कार किया है, बल्कि कुछ मामलों में एक आदमी को रोबोट में बदल दिया है | अत्यधिक औद्योगिकीकरण ने वायु प्रदूषण और अन्य स्वास्थ्य खतरों का नेतृत्व किया है | यह एक व्यक्ति की आत्मा को छीनता है, जब वह भौतिक समृद्धि की पागल खोज में दौड़ चलता है | विज्ञान ने कई खतरनाक हथियारों के आविष्कार कर दिए हैं, जिससे कि अब यदि कोई तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो मानव जाति इस ग्रह से ख़त्म हो जायेंगे | पृथ्वी पर शान्ति अब खतरे में है |
हालांकि, इसके अपमानजनक उपयोगों के लिए विज्ञान को दोषी नहीं ठहराया जा सकता हैं | मनुष्य विज्ञान के दुरूपयोग के लिए खुद जिम्मेदार है | यह पूरी तरह से हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम विज्ञान का सदुपयोग करते हैं या फिर दुरूपयोग |
Answer:
\huge \mathtt\blue{♡Question♡}♡Question♡
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विज्ञान के नुकसानों को जानने के बाद आप आश्चर्यचकित रह जायेंगे क्योंकि विज्ञान हमारे लिए जितना लाभदायक है उतना ही विज्ञान के नुकसान भी है | विज्ञान के फायदे के साथ-साथ विज्ञान के नुकसान भी है | हम ऐसा भी कह सकते हैं कि विज्ञान के दो पहलु है, एक लाभदायक और दूसरा नुकसानदायक |
विज्ञान ने ऐसे विनाशकारी हथियारों का आविष्कार किया है, जिससे कुछ भी सेकेंडों में बर्बाद किया जा सकता है | लेज़र बीम, कोबाल्ट बम और मेगाटन बम के आविष्कारों ने मानव जाति के विनाश की संभावनाओं को और भी बढ़ावा दे दिया है | इस प्रकार अगर इन हथियारों का उपयोग किया जाता है, तो वे पूरे मानव जाति के लिए मुसीबत बन जाएगा | इसलिए विज्ञान का सीमित उपयोग ही होना चाहिए यानी केवल अच्छे उद्देश्यों के लिए विज्ञान का उपयोग करें | वैज्ञानिकों के पास विनाशकारी हथियारों के आविष्कारों को रोकने की जिम्मेदारी है, अगर ऐसा नहीं हुआ तो मनुष्य स्वयं को और इस दुनिया को अपने ही हाथों से बर्बाद कर लेगा |
विज्ञान और टेक्नोलॉजी के विकास में आसानी से गैर जिम्मेदार लोगों द्वारा छेड़छाड़ की जा सकती है | टेक्नोलॉजी गलत हाथों में जाने पर समाज पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा तथा साइबर अपराधों के दर में वृद्धि होगी | टेक्नोलॉजी की विफलता हमें असहाय बना सकती है | प्रदूषण का भी मुख्य कारण विज्ञान और टेक्नोलॉजी ही है | साथ-ही टेक्नोलॉजी के माध्यम से परमाणु मिसाइलों के विकास से जीवन के अस्तित्व को धमकी दी गयी है | कभी-कभी यह हमारे जीवन शैली और स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है |
विज्ञान ने न केवल रोबोट का आविष्कार किया है, बल्कि कुछ मामलों में एक आदमी को रोबोट में बदल दिया है | अत्यधिक औद्योगिकीकरण ने वायु प्रदूषण और अन्य स्वास्थ्य खतरों का नेतृत्व किया है | यह एक व्यक्ति की आत्मा को छीनता है, जब वह भौतिक समृद्धि की पागल खोज में दौड़ चलता है | विज्ञान ने कई खतरनाक हथियारों के आविष्कार कर दिए हैं, जिससे कि अब यदि कोई तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो मानव जाति इस ग्रह से ख़त्म हो जायेंगे | पृथ्वी पर शान्ति अब खतरे में है |
हालांकि, इसके अपमानजनक उपयोगों के लिए विज्ञान को दोषी नहीं ठहराया जा सकता हैं | मनुष्य विज्ञान के दुरूपयोग के लिए खुद जिम्मेदार है | यह पूरी तरह से हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम विज्ञान का सदुपयोग करते हैं या फिर दुरूप