Diwali essay in hindi
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दिपावली का त्यौहार भारत में और अन्य कई देशों में बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है। दीपावली को दीप का त्यौहार भी कहा जाता है। दिवाली का त्यौहार भारत के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। जिसे भारत में बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम ने रावण को पराजित करके और अपना 14 साल का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे। श्री राम भगवान की आने की खुशी वहां के सभी लोगों ने दिये जलाए थे। तब से लेकर अब तक हर वर्ष इस दिन को दीवाली के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। लोग आज भी इस दिन को उतने की खुशी से मनाते हैं। ये त्यौहार बच्चा, बूढें, बड़े हर कोई बहुत ही अच्छे से मनाता है। यहां तक कि स्कूल, कॉलेज और दफ्तरों में भी दीवाली को त्यौहार को बहुत धूम धाम से मनाया जाता है। इन दिन लोग एक दूसरे को दीवाली की बधाई देते हैं और बहुत से उपहार भी तोहफे के रूप में देते हैं।
दिवाली का त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवम्बर माह में मनाया जाता है। दीवाली आने से कुछ दिन पहले ही लोग इस त्यौहार को मनाने की तैयारी में लग जाते हैं। दीवाली के दिन लोग अपनी दुकानें, अपना घर, स्कूल, दफ्तर आदि को दुल्हन की तरह सजाते हैं। सभी लोग नए कपड़े खरीदते हैं, इस दिन घर और दुकानों की भी अच्छे से सफाई की जाती है। दीवाली की रात पूरा भारत जगमगाता है। रंग बिरंगी लाइटें, दिए, मोमबत्ती आदि से पूरे भारत को सजाया जाता है। दीवाली की शाम भगवान लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। पूजा करने के बाद सभी लोग अपने पड़ोसियों और अपने रिश्तेदारों को प्रसाद, मिठाई, गिफ्ट आदि देते हैं। इस दिन लोग पटाखे, बम, फुलजड़ी आदि भी जलाते हैं। दीवाली के त्यौहार को बुरे पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। भारत की नहीं बल्कि और भी कई देशों में दीवाली का त्यौहार बहुत की धूम धाम से मनाया जाता है।
प्रश्न :-
- दीपावली पर अनुच्छेद।
उत्तर:-
दिवाली शब्द संस्कृत के "दीपावली" से बना है। इसका अर्थ दीपों की कतार से है। इस दिन हम घरों में दीप जलाते हैं इसलिए इस त्यौहार को प्रकाश के त्योहार के नाम से मनाया जाता है।
इस को मनाने की अनेक कहानियां है। कुछ लोगों के अनुसार इस दिन श्री राम सीता और लक्ष्मण के साथ 14 साल का वनवास काटकर अयोध्या आए थे। इसलिए लोग प्रश्न हुए थे और उन्होंने अपने घरों को सजाया था। रात को उन्होंने दीपक जलाएं तथा उन्होंने कतारों में रखा । कुछ लोगों के अनुसार भगवान कृष्ण इस दिन नरकासुर को मारा था इस विजय की प्रशंसा में लोग दीपावली मनाते हैं ।
इस वर्ष मैंने दीपावली का खूब आनंद लिया। मैंने अपने भाई हरि को सहायता से अपने घर को साफ किया। हम बाजार गए, हमने कुछ खिलौने, गुब्बारे, मिठाई खरीदी ।हमने अपने घर को गुब्बारों खिलौनों और तस्वीरों से सजाया। हमारा घर बहुत सुंदर लग रहा था दोपहर में हमने हनुमान जी की पूजा की।
रात में हमने घर के प्रत्येक कोने पर दिए रखें। रात लगभग 8:00 बजे हमने देवी लक्ष्मी की पूजा की। फिर हमारी माता ने हमें मिठाई खेल बताशे और अनेक जायकेदार वस्तुएं दी।
दीपावली एक अच्छा त्योहार है। यह संपूर्ण सजावट और खुशियों का त्योहार है। इससे हमारे घर हमारी दुकानें साफ हो जाती हैं ।सफाई के दौरान कीटाणु मर जाते हैं। लेकिन यह दिन जुए के लिए भी बदनाम है ।कुछ लोग इस दिन अपने भाग्य को आजमाते हैं जो की बहुत बुरी आदत है ।इससे कुछ लोग अपने घरों की शांति को बैठते हैं। प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति को इस बुराई और दूर करने के लिए आगे आना चाहिए ।