Doctor laxmi narayan लाल की भाषा शैली पर प्रकाश डालिए
Answers
Explanation:
शैली में लोक जीवन और लोक तत्त्वों के समावेश के साथ प्रतीकात्मकता का समावेश भी हुआ है। उपन्यासों के अतिरिक्त डॉ० लाल ने कहानियाँ भी लिखी हैं और उनके कई कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी अधिकतर कहानियाँ ग्रामीण जीवन के सहज अनुभवों की कहानियाँ हैं।
hope it will help u
लाल की भाषा शैली :
लक्ष्मी नारायण लाल हिंदी साहित्य के सशक्त रचनाकार रहे हैं।
उन्होंने नाटक आलोचना और प्रथा जैसी साहित्यिक विधाओं के अलावा एकांकी के क्षेत्र में भी अपनी एक खास पहचान बनाई है। उनकी भाषा शैली की विशेषता वह सौंदर्य, प्रेम और शिव के उपासक रहे हैं । उनके एकांकी की सबसे बड़ी विशेषता यह रही है कि वह सरल संवाद योजना वाले रहे हैं।
भाषा की दृष्टि से उनकी रचनाओं में अरबी एवं फारसी शब्दों का भी प्रयोग देखने को मिल जाता है। उनकी रचनाओं विशेषकर एकांकियों में छोटे-छोटे लेकिन अर्थ पूर्ण संवाद होते हैं। उनकी रचनाओं की भाषा शैली आम जनमानस से जुड़ी हुई है।
#SPJ3