dr. sarvepalli radha krishnan par 100 sabdo mein nibandh likhen
![](https://hi-static.z-dn.net/files/d2f/2d42c79e03dc6f99f5c2199499c3106f.jpg)
Answers
Answer:
समाज को समाज बनाने का काम करते हैं समाज के शिल्पकार यानि शिक्षक। शिक्षक समाज के ऐसे शिल्पकार होते हैं जो बिना किसी मोह के इस समाज को तराशते हैं। शिक्षक का काम सिर्फ किताबी ज्ञान देना ही नहीं बल्कि सामाजिक परिस्थितियों से छात्रों को परिचित कराना भी होता है।
शिक्षकों की इसी महत्ता को सही स्थान दिलाने के लिए ही हमारे देश में सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने पुरजोर कोशिशें की जो खुद एक बेहतरीन शिक्षक थे।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को ही भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में संपूर्ण भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाकर डॉ.राधाकृष्णन के प्रति सम्मान व्यक्त किया जाता है। जानते हैं डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के व्यक्तित्व बारे में।
Explanation:
please mark as brainlist please
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म भारत के तमिलनाडु राज्य के तिरुतनि में 5 सितंबर 1888 को हुआ था। इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा तमिलनाडु के क्रिश्चन मिशनरी संस्थान से पूरी की और अपनी बी.ए. और एम.ए. की डिग्री मद्रास क्रिश्चन कॉलेज से प्राप्त की। इनको मद्रास प्रेसिडेंसी कॉलेज में सहायक लेक्चरार के रुप में और मैसूर यूनिवर्सिटी में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर के रुप में नौकरी मिली। 30 वर्ष की उम्र में, इन्हें सर आशुतोष मुखर्जी (कलकत्ता विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर) के द्वारा मानसिक और नैतिक विज्ञान के किंग जार्ज वी चेयर से सम्मानित किया गया।
डॉ. राधकृष्णन आंध्र यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर बने और बाद में तीन वर्ष के लिये पूर्वी धर्म और नीतिशास्त्र में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर भी रहे। ये 1939 से 1948 तक बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी रहे। डॉ. राधाकृष्णन एक अच्छे लेखक भी थे जिन्होंने भारतीय परंपरा, धर्म और दर्शन पर कई लेख और किताबें लिखी है।
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
वो 1952 से 1962 तक भारत के उप राष्ट्रपति थे और 1962 से 1967 तक भारत के राष्ट्रपति रहे तथा सी.राजगोपालचारी और सी.वी.रमन के साथ भारत रत्न से सम्मानित किये गये। वो एक महान शिक्षाविद् और मानवतावादी थे इसी वजह से शिक्षकों के प्रति प्यार और सम्मान प्रदर्शित करने के लिये पूरे देश भर में विद्यार्थियों के द्वारा हर वर्ष शिक्षक दिवस के रुप में उनके जन्म दिवस को मनाया जाता है।
pls mark me as brainliest