Hindi, asked by pnkjrewatkar, 3 months ago

dur ke dhol suhavane essay in hindi?? ​

Answers

Answered by nilamkumari91229
3

Answer:

दूर के ढोल सुहावने होते हैं पर अनुच्छेद लेखन

सुनी सुनाई बातों पर बिना जांचे-परखे विश्वास कर लेना और फिर अक्सर धोखा खा जाना और उसके बाद पछताना मानव स्वभाव का एक अंग है। ... कई बार मनुष्य अपना घर-द्वार बेचकर देखादेखी में कोई काम करने लगता है। पर जब तक वास्तविकता सामने आ पाती है, सब कुछ लुट चुका होता है।

Explanation:

please mera answer ko brainliest kar do please.

Answered by premsankarkumar2829
1

Answer:

दूर के ढोल सुहावने होते हैं पर अनुच्छेद लेखन

सुनी सुनाई बातों पर बिना जांचे-परखे विश्वास कर लेना और फिर अक्सर धोखा खा जाना और उसके बाद पछताना मानव स्वभाव का एक अंग है। ... कई बार मनुष्य अपना घर-द्वार बेचकर देखादेखी में कोई काम करने लगता है। पर जब तक वास्तविकता सामने आ पाती है, सब कुछ लुट चुका होता है

thankyou

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