Dusro me Sukh-dukh Ka smajhna sachhi manavta hai . is vishya per apne vichar likhiye .
Mulyaparak prashan uttar Hindi
Answers
प्रस्तावना:
मानवता यह मनुष्य का सबसे धर्म होता हैं | मानवता यह हर एक मनुष्य के लिए जरुरी हैं | अगर कोई मनुष्य दूसरों की सहायता करके मानवता नहीं दिखायेगा तो उस मनुष्य की सहायता भगवन भी नहीं करता हैं |
जिस मनुष्य के पास मानवता नहीं होती हैं उसका जीवन निरर्थक होता हैं | इस धरती पर मनुष्य का जन्म इसलिए हुआ हैं की, वह दुनिया में कुछ ऐसा करके दिखाए जो कई सालों तक दुनिया उसे याद रखे |
मानवता का अर्थ – मानवता शब्द का सरल अर्थ होता हैं – मानव में एकता की भावना |
मानवता का धर्म
अगर कोई मनुष्य जरुरत मंद लोगों की सहायता करता हैं, भूखे लोगों को खाना खिलाता हैं, प्यासे को पानी पिलाता हैं, तो वो मनुष्य मानवता का धर्म निभाता हैं |
मनुष्य यह एक ऐसा प्राणी हैं, जो समाज में सभी लोगों के साथ मिल जुलकर रहता हैं | मनुष्य कोई भी कार्य कभी अकेले नहीं कर सकता हैं | अगर इस धरती पर मनुष्य मानवता को भूल जायेगा तो उसे अपना जीवन जीना बहुत मुश्किल हो जायेगा |
मानवता का महत्व
जिस मनुष्य के अंदर दया और इंसानियत नहीं होती हैं, उसे कभी इंसान नहीं कह सकते हैं | इस दुनिया में मनुष्य ही एक ऐसा जीव हैं जो दूसरों के दुखों को समझ सकता हैं और उसके दुखों को कम कर सकता हैं |
जो मनुष्य अपने जीवन में दूसरों की सहायता करता हैं, उस मनुष्य के कार्यों को याद रखा जाता हैं | प्राचीन समय से हिन् मानवता की भावना देखने को मिलती थी |
येसा कहां जाता था की, अगर किसी के सुख में साथ हो या न हों लेकिन दुःख में जरुर साथ जरुर देना चाहिए | पहले समय में लोग लड़ाई कितनी भी करे परन्तु दुःख में एकसाथ खड़े होते थे | जो उनकी सच्ची मानवता की भावना दर्शाता हैं |
आधुनिक समय की मानवता
आज के समय में मनुष्य एक – दुसरे से सबसे ज्यादा प्रगति करना चाहता हैं और उसके चक्कर में वो स्वार्थी बनता जा रहा हैं | वो मानवता की भावना को भूलता जा रहा हैं | आज मनुष्य दूसरों की सहायता करना तो दूर ही हैं | आज वो अपने फायदे के लिए दूसरों को नुकसान भू पहुँचाने के लिए घबराता नहीं हैं |
जीवन में जरुरत
मनुष्य के जीवन में मानवता बहुत जरुरी हैं | मनुष्य को हमेशा अपने जीवन में दूसरों की सहायता करने के लिए आगे बढ़ाना चाहिए | दूसरों की सहायता के लिए तत्पर खडा होना चाहिए |
अगर हमारे देश और समाज में सभी लोग एकता के रूप रहेंगे तो हमारा समाज और देश एक नई ऊंचाई तक पहुँच सकता हैं | क्यों की किसी भी देश का विकास यह लोगों पर आधारित होता हैं |
निष्कर्ष:
मनुष्य से लेकर सभी पशु – पक्षियों तक हमें मानवता का धर्म निभाना चाहिए | हर एक व्यक्ति को जरुरत रहने पर सहायता करनी चाहिए | सभी लोगों को हिन्दू – मुस्लिम धर्मों के भेदभाव को मानवता का धर्म अपनाना चाहिए |
अगर देश और समाज में मानवता नहीं रहेगी तो एक दिन पूरी तरह से मानवता खत्म हो जाएगी | इसलिए हम सभी लोगों को अपने बच्चों को मानवता का पाठ पढाना चाहिए |