ए� आदमी और उसका बेटा अपने गधे के साथ शहर की तरह जा रहे थे उनको इस तरह चलते देख लोग हंसने लगे और कहा गधे के होते हुए तुम लोग पैदल जा रहे हो यह सुन कर पिता ने बेटे को गधे पर बैठा दिया आगे कुछ और लोगों ने ताना मारते हुए कहा कितनी शर्म कि बात है बेटा गधे पर बेठा है और पिता पैदल चल रहा है इसलिए पिता गधे पर बैठ गया और बेटा पैदल चलने लगा आगे एक राहगीर ने कहा ये आदमी कैसे मज़े से बैठा है और बिचारा बच्चा पैदल हांफ रहा है लोगों के तानो से वह आदमी बहुत परेशान था सोचो और चर्चा करे निर्णय ना ले पाने की स्थिति में आप कैसा महसूस करते हैं हममें सही निर्णय लेने का आत्मविश्वास कैसे आता है
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dusron ki baaton par dhyaan na dete hua. aapko jo sahi lagata hai vahi karna chahiye.
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