eassy in hindi on mahatma gandhi life action
Answers
Answered by
2
महात्मा गांधी का नाम था मोहनदास करमचंद गांधी। उन्हों ने सं
1869 में ओक्टोबर 2 पर गुजरात में पोरबंदर ग्राम में वैश्य कुल में जनम
लिया। उनके माता पिता कड़े हिन्दू धर्मी थे। उनकी माता ने
उन्हें बचपन में राजा हरिश्चंद्र का, श्रवणकुमार
का, और प्रसिद्ध महान पुरुषों की
जीवन कथाएँ सुनाई करती थी। उनके मन में सत्य गुण के बीज लग
गए। उनका विवाह पंद्रह साल के आयु
में हुआ। उन्हें चार
बेटे थे ।
वे पढ़ाई में उतने अच्छे नहीं थे। मेट्रिक के बाद बारिस्टर बनने इंग्लंड गए। और वापस आकर न्यायवाद वृत्ति स्वीकार किया। न्यायवाद के सिलसिले में अपने एक ग्राहक के लिए दक्षिण आफ्रिका गए और वहीं बहुत साल बिताया । अपने भारतीय लोगों के साथ मिलकर खुश थे। एक दिन उन्हें चलती हुई रेल गाड़ी से उतारा गया क्यों कि एक ब्रिटिश के गोरे रंग के आदमी के लिए उन्हें अपना स्थान देना पड़ा ।
तब उन्हों ने पहली बार अहिंसा, सत्याग्रह का प्रयोग किया अंग्रेजों के खिलाफ। उधर विजयी होने के बाद, वापस आए हिंदुस्तान में । अपने देश के लोगों की दीन स्थिति देखकर लोगों के लिए लड़ना शुरू किया।
अखिल भारतीय काँग्रेस में शामिल हुए। उसका लीडर भी बने। बहुत आंदोलन चलाया अंग्रेजों के खिलाफ शांतियुत। नमक सत्याग्रह उनमें से एक था। सारे देश के देशप्रेमियों को इकठ्ठा किया। जैल गए। अहिंसा, सत्य , सत्याग्रह से अंग्रेजों को पराजित किया और मजबूर किया हमें आजादी देने को।
वे एक साधारण जिंदगी जीते थे। आदर्श जीवन बिताया। स्त्रियों के प्रति गौरव के भावना रखते थे। हिंदुस्तान के लोग अज्ञान से निकाल कर ज्ञान की दिशा में जाएँ , यह चाहते थे। हिन्दू मुसलमान भाई भाई कहते थे। 1948 में जनवरी 30 को, उनको गोडसे नामक एक मुसलमान-द्वेषी ने पिस्तोल से गोली मारकर मार दिया।
उन्हों ने भारत पर इतना प्रभाव डाला कि हर भारतीय रुपये पर उनके मुख चित्र छपा है।
वे पढ़ाई में उतने अच्छे नहीं थे। मेट्रिक के बाद बारिस्टर बनने इंग्लंड गए। और वापस आकर न्यायवाद वृत्ति स्वीकार किया। न्यायवाद के सिलसिले में अपने एक ग्राहक के लिए दक्षिण आफ्रिका गए और वहीं बहुत साल बिताया । अपने भारतीय लोगों के साथ मिलकर खुश थे। एक दिन उन्हें चलती हुई रेल गाड़ी से उतारा गया क्यों कि एक ब्रिटिश के गोरे रंग के आदमी के लिए उन्हें अपना स्थान देना पड़ा ।
तब उन्हों ने पहली बार अहिंसा, सत्याग्रह का प्रयोग किया अंग्रेजों के खिलाफ। उधर विजयी होने के बाद, वापस आए हिंदुस्तान में । अपने देश के लोगों की दीन स्थिति देखकर लोगों के लिए लड़ना शुरू किया।
अखिल भारतीय काँग्रेस में शामिल हुए। उसका लीडर भी बने। बहुत आंदोलन चलाया अंग्रेजों के खिलाफ शांतियुत। नमक सत्याग्रह उनमें से एक था। सारे देश के देशप्रेमियों को इकठ्ठा किया। जैल गए। अहिंसा, सत्य , सत्याग्रह से अंग्रेजों को पराजित किया और मजबूर किया हमें आजादी देने को।
वे एक साधारण जिंदगी जीते थे। आदर्श जीवन बिताया। स्त्रियों के प्रति गौरव के भावना रखते थे। हिंदुस्तान के लोग अज्ञान से निकाल कर ज्ञान की दिशा में जाएँ , यह चाहते थे। हिन्दू मुसलमान भाई भाई कहते थे। 1948 में जनवरी 30 को, उनको गोडसे नामक एक मुसलमान-द्वेषी ने पिस्तोल से गोली मारकर मार दिया।
उन्हों ने भारत पर इतना प्रभाव डाला कि हर भारतीय रुपये पर उनके मुख चित्र छपा है।
Similar questions