Hindi, asked by wwwrajendraprasd1954, 4 months ago

easy on importance of book in hindi .
letters are 150 to 200​

Answers

Answered by jindalgarima10
1

Answer:

पुस्तकें सभी के लिए महत्वपूर्ण होती है और व्यक्ति के चरित्र निर्माण में सहायता करती है। पुस्तकों को मनुष्य की सच्ची मित्र भी कहा जाता है क्योंकि यह हमेशा व्यक्ति का सही मार्ग दर्शन करती है और उसे कभी अकेलापन महसूस नहीं होने देती है। पुस्तकें पढ़ने से व्यक्ति के ज्ञान में तो वृद्धि होती ही है साथ ही पुस्तकें उसका मनोरंजन भी करती है।प्राचीन काल में पुस्तकों की प्रिंटिंग इतनी सरल नहीं थी जिस कारण ज्ञान का एकमात्र स्त्रोत वाणी था लेकिन प्रिंटिंग की प्रगति के कारण आज अध्यातम से लेकर मनोरंजन तक हर प्रकार की पुस्तक हर भाषा में उपलब्ध है जिसे पढ़कर व्यक्ति अनेकों जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकता है। पुस्तकें पढ़ने से व्यक्ति में सकारात्मक विचारों की उत्पत्ति होती है और उसका चरित्र उसी अनुरुप बन जाता है। पुस्तकों के माध्यम से व्यक्ति अपने विचारों को प्रकट कर सकता है और लोगों को एकता की भावना में भी बांध सकता है। पुस्तकें तो प्रेरणा की स्त्रोत होती है जिन्हें पढ़ने से व्यक्ति को प्रेरणा मिलती है और यह बदले में हमसे कुछ भी नहीं लेती है। पुस्तकें मन के अंधकार को खत्म कर ज्ञान की रोशनी का दिया जलाती है और जीवन को प्रकाशित करती है। पुस्तकें ज्ञान की बहती गंगा है जो कभी भी नहीं रुकती है।

निष्कर्ष-

पुस्तकें हमारी दुख सुख की साथी होती है लेकिन आज के समय में बाजार में बहुत सी ऐसी पुस्तकें उपलब्ध है जो व्यक्ति का गलत मार्ग दर्शन करती है और उनके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इसलिए हमें चाहिए कि हम सोच समझकर पुस्तकों का चयन करें और पुस्तकों को अपना सहयोगी बनाए। पुस्तकें हमें समय का सदुपयोग करना सिखाती है और बुरी संगत से भी बचाती है। हमें पुस्तकों में रुचि बनानी चाहिए और उन्हें रोज पढ़ने की आदत डालनी चाहिए

Answered by srikeerthi8
1

Answer:

पुस्तक हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और हमारे सच्चे मार्गदर्शक कहलाते हैं। हम ताउम्र उनसे सीखते हैं और विरासत के रूप में उन्हें सहेज के भी रखते हैं। पुस्तकों के आ जाने के बाद ज्ञान के आदान-प्रादान में क्रांति सी आ गयी, जो की मानव विकास के लिये बहुत ही निर्णायक साबित हुई।पुस्तक हमारे जीवन के आधार होते हैं और हर व्यक्ति को जीवन के किसी न किसी मोड़ पर इनको साथी आवश्य बनाना पड़ता है। पुस्तक हमारे सच्चे दोस्त होते हैं जिनके रहते जीवन को एक सही दिशा मिलती है। कभी-कभी तो ये हमारे पक्के दोस्त भी होते हैं, जो हमे वर्णमाला से लेक कर जीवन के कठिन सवालों तक के जवाब बड़े आसानी से दे देते हैं।

पुस्तकों का जीवन पर पड़ने वाला प्रभाव

पुस्तकें ज्ञान का भंडार होते हैं और इनका साथ आपे जीवन में कई परिवर्तन ला सकता है। बच्चों के लिये उनसे संबंधित, बड़ो के लिये उनसे संबंधित। एक पुस्तक कभी आपको धोका नहीं देता और सदैव आपके ज्ञान को बढाता ही है।

आप इसमें रोचक कहानियां, देश दुनिया में होने वाली गतिविधियाँ, कुछ नया सीखने का तरीका, आदि आसानी से सीख सकते हैं। पुस्तक पढ़ना एक अच्छी आदत है और हम सबको इन्हें अवश्य पढ़ना चाहिए।

हमारे इतिहास में कई महापुरुष रहे हैं और उनके वक्तव्य और ज्ञान भरी बातों को हम आसानी से पुस्तकों में पढ़ सकते हैं। जैसे की गांधीजी, जो भले आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी विचार धारा अभी भी जिन्दा है।पुस्तकों की उपयोगिता हमारे जीवन में बहुत अधिक है, वे हर क्षेत्र में हमरा मार्गदर्शन करती हैं और बदले में हमसे कुछ लेती भी नहीं है। तो क्यों न इन्हें ही अपना साथी बना लिया जाये। पहले के ज़माने में पुस्तक नहीं हुआ करते थे और गुरूजी बच्चों को सब कंठस्थ कराया करते थे। परंतु पुस्तक के आविष्कार के बाद लोग पुस्तकों के माध्यम से ज्ञान का हस्तांतरण एक युग से दुसरे युग में करने लगे। पुस्तकों के आविष्कार के कारण ही हम अपने इतिहास को जान पाए। शायद शब्द कम पड़ जाएँ लेकिन उनकी उपयोगिता कम नही होगी।

Similar questions