ek shararti bache ki short kahaniya in hindi
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वह बच्चा हर रोज शरारत करता था लेकिन वह अपने माता पिता की बात बिल्कुल भी नहीं सुनता था उसके साथ उसके दादा जी रहते थे वह भी उसे समझाया करते थे but उसे कोई भी बात समझ में नहीं आती थी शरारती बच्चे के दादाजी हमेशा यही समझाया करते थे कि अगर तुमने अपनी शरारत करना नहीं छोड़ा तो इससे तुम्हें जीवन में बहुत सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है |
but बच्चा हमेशा ही बात को मना कर दिया करता था और अपनी शैतानी करना शुरू कर देता था एक दिन उस शरारती बच्चे ने अपने पड़ोसी की खिड़की का कांच तोड़ दिया था जिसके कारण उसकी शिकायत करने के लिए वह लोग उसके घर पर आ गए थे शरारती बच्चा डर के छुप गया था |
Because वह जानता था कि अब इस बारे में उसको बहुत ही ज्यादा परेशान किया जा सकता है इसलिए मैं छुप गया था दादा जी ने यह देख लिया था उसके बाद दादाजी शरारती लड़के के पास आए और कहने लगे कि तुम्हें अपनी शरारत छोड़नी होगी Because तुमने जिनकी खिड़की का कांच तोड़ा है वह शिकायत करने आ गए हैं बच्चा दादा जी की बात को समझ चुका था Because यह दादा जी ने यह समझाया था कि अगर वह कांच तुम्हारी खिड़की का होता हो टूट जाता तो हमें भी बहुत गुस्सा आता है इसी तरह तुम्हारी शैतानी से दूसरों को परेशानी होती है |
वह लड़का हमेशा सोचा करता था की मेरे पिताजी मुझे उस जगह पर जाने से मना क्यों करते है, जब तक में उस जगह को देख नहीं लेता हु मुझे समझ नहीं आएगा की वह ऐसा क्यों करते है, वह जगह जंगल के पास थी, इसलिए शायद उसके पिताजी मना करते थे, जंगल के पास जाना ठीक नहीं है, लेकिन एक दिन की बात है, वह लड़का उस जगह पर जाने का विचार करता है वह अकेला ही उस जगह पर जाता है, जब वह पहुंच गया तो उसके बाद वह देखता है की यहां पर बहुत खतरा है ,
क्योकि उस जगह पर एक पहाड़ी थी, जोकि बहुत ऊंची थी, अगर कोई उस पर से नीचे देखता है, तो नीचे एक छोटी नदी बहती है अगर इससे पैर फिसला गया तो पता नहीं क्या होगा, यह विचार जब लड़के के मन में आया तो वह समझ गया था की यहां पर इसलिए उसके पिताजी मना करते है, वह सब कुछ समझ गया था लेकिन अपने डर की वजह से वह संतुलन खो गया था वह नीचे गिरने वाला था की उसने पहाड़ी का पत्थर पकड़ लिया था, वह गिरने से बच तो गया था लेकिन वह अब ऊपर नहीं आ पा रहा था |
वह मदद के लिए आवाज लगा रहा था मगर कोई आवाज नहीं सुन रहा था उस लड़के का सारा वजह हाथो पर आ गया था वह सोच रहा था की वह अगर यहां पर नहीं आता तो बहुत अच्छा होता मगर अब क्या किया जा सकता है आज तो वह आ गया है अब उसे बचाने कौन आ सकता है, वह सोच रहा था, आज के बाद यहां पर नहीं आने वाला हु, उस जगह से एक आदमी आ रहा था वह लड़के को देखता है वह सोचता है की यह कैसे हो गया है |
वह आदमी उसे बचाने जाता है क्योकि उसे लग रहा था की अगर इसे नहीं बचाया गया तो यह समस्या में आ सकता है वह आदमी उस लड़के को बचा लेता है वह आदमी कहता है की तुम्हे यहां पर नहीं आना चाहिए थे यह पहाड़ी बहुत अधिक खतरनाक है आज तुम पता नहीं कैसे बच गए हो जबकि यहां से बचना आसान नहीं है आज उस लड़के को समझ आ गया था, उसके पिताजी क्यों मना कर रहे थे, इसलिए कभी भी अपने माता और पिता से बिना पूछे कही भी नहीं जाना चाहिए |
उस बच्चे को जब भी लगता था की वह बैठा हुआ परेशान हो रहा है तो वह सभी को परेशान करने लगता था, उस बच्चे के घर के पास एक आम का पेड़ था वह उस पर हमेशा चढ़ जाया करता था जब घरवाले उसे खोजते थे तो वह सबसे अच्छी जगह हुआ करती थी, जिस पर वह हमेशा बैठ जाता था वह चुप रहता था जिससे किसी को भी पता नहीं चल पाता था, वह बच्चा हमेशा ऐसा ही करता था |
एक दिन वह बच्चा घर पर था तभी वह आम के पेड़ पर चढ़ जाता है वही से वह देखता है की जब कोई आएगा तो उसे में परेशान करूँगा बहुत देर तक कोई भी नहीं आया था वह बच्चा पेड़ पर बैठा था | उसके बाद वह घरवाले आते है उन्हें पता नहीं था की वह अजा किस जगह पर छुपा हुआ है सभी उस बच्चे को आवाज लगाते है but वह चुप बैठा था Because उसे सभी को परेशान करना था, वह कुछ नहीं बोलता है तभी बच्चे के पास एक मधुमखी आती है वह उसे काट लेती है बच्चे को बहुत दर्द होता है |
वह पेड़ से नीचे आता है वह रोने लगता है सभी कहते है की यह कैसे हुआ है वह कहता है की उस मधुमखी ने काट लिया है में पेड़ पर छुपा हुआ था, सभी कहते है की यह सब कुछ तुम्हारी शरारत करने की वजह से हुआ था Because अगर तुम पेड़ पर न जाते तो तुम्हे वह नहीं काटती. उस दिन से उसने शरारत करना छोड़ दिया था, इसलिए बच्चो कभी भी ऐसा नहीं करना चाहिए जिससे दुसरो को परेशानी का सामना करना पड़े |
hopefully its helped u dear :)
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Upkaran parukh upsarg words