एक बार की बात है, किसी जंगल में एक कौआ रहता था। वह बहुत ही खुश था, क्योंकि उसकी अधिक इच्छाएँ नहीं थीं। वह अपनी जिंदगी से संतुष्ट था, लेकिन एक बार उसने जंगल में किसी हंस को देख लिया और उसे देखते ही सोचने लगा कि यह प्राणी कितना सुन्दर है, ऐसा प्राणी तो मैंने पहले कभी नहीं देखा! इतना सुंदर और सफ़ेद | यह तो इस जंगल में औरों से बहुत सफ़ेद और सुंदर है, इसलिए यह तो बहुत खुश रहता होगा। वह हंस के पास गया और पूछा, भाई तुम इतने सुंदर हो, इसलिए तुम बहुत खुश होगे? इस पर हंस ने जवाब दिया- हां मैं पहले बहुत खुश रहता था, जब तक मैंने तोते को नहीं देखा था। उसे देखने के बाद से लगता है कि तोता धरती का सबसे सुंदर प्राणी है। हम दोनों के शरीर का तो एक ही रंग है लेकिन तोते के शरीर पर दो-दो रंग है, उसके गले में लाल रंग का घेरा और वो सूर्ख हरे रंग का था,
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bhai is story ka karana kya hai
एक बार की बात है, किसी जंगल में एक कौआ रहता था। वह बहुत ही खुश था, क्योंकि उसकी अधिक इच्छाएँ नहीं थीं। वह अपनी जिंदगी से संतुष्ट था, लेकिन एक बार उसने जंगल में किसी हंस को देख लिया और उसे देखते ही सोचने लगा कि यह प्राणी कितना सुन्दर है, ऐसा प्राणी तो मैंने पहले कभी नहीं देखा! इतना सुंदर और सफ़ेद | यह तो इस जंगल में औरों से बहुत सफ़ेद और सुंदर है, इसलिए यह तो बहुत खुश रहता होगा। वह हंस के पास गया और पूछा, भाई तुम इतने सुंदर हो, इसलिए तुम बहुत खुश होगे? इस पर हंस ने जवाब दिया- हां मैं पहले बहुत खुश रहता था, जब तक मैंने तोते को नहीं देखा था। उसे देखने के बाद से लगता है कि तोता धरती का सबसे सुंदर प्राणी है। हम दोनों के शरीर का तो एक ही रंग है लेकिन तोते के शरीर पर दो-दो रंग है, उसके गले में लाल रंग का घेरा और वो सूर्ख हरे रंग का था, सच में वो बेहद खूबसूरत था।
प्र - 1. कौए ने एक दिन किसे देखा?
✎... कौए ने एक दिन एक सुंदर हंस को देखा।
प्र - 2. हंस के खुश न होने का कारण क्या था?
✎... हंस के खुश न होने का कारण ये था कि उसने तोते के देख लिया था, और तोते को देखकर उसे लगा कि तोता तो उसे भी सुंदर है। हंस के शरीर का रंग तो केवल एक ही है जबकि तोते के रंग दो है, जो उसे और अधिक सुंदर बना रहे है। इसी कारण हंस खुश नही था।
प्र - 3. इस गद्यांश के लिए उचित शीर्षक दीजिए।
✎... इस गद्यांश का उचित शीर्षक होगा...
— संतोष सबसे बड़ा सुख
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