एक बार कस्बे से गुजरते समय हवलदार को मूर्ति में क्या अंतर दिखाई दिया?
मूर्ति पर चश्मा नहीं था
मूर्ति टूटी हुई थी
मूर्ति गंदी थी
इनमें से कोई नहीं
Answers
Answer:
option (a).
Explanation:
Mark me as brainliest
एक बार कस्बे से गुजरते समय हवलदार को मूर्ति पर चश्मा नहीं था यह अंतर दिखाई दिया ।
Explanation:
हवलदार साहब की आदत पड़ गई थी ,हर बार कस्बे से गुजरते समय चौराहे पर थोड़े समय के लिए रुकना, पान खाना और मूर्ति को ध्यान से देखना।एक बार उन्होंने मूर्ति को देखा उन्हें कोई अंतर नही लगा परंतु दूसरी बार मूर्ति देखने पर हवलदार साहब ने देखा कि मूर्ति का चश्मा बदल गया था।हालदार साहब ने उत्सुकतापूर्ण पानवाले से पूछा, तो पता चला कि कैप्टन का चश्मा चश्मे वाला रोज फ्रेम बदलता है। साईकिल पर चश्मे बेचने वाला आदमी मूर्ति का चश्मा बदल दिया करता था।तब उन्हे महसूस हुआ की पहले चौकोर फ्रेम वाला मोटा चश्मा था और अब गोल चश्मा था। रोज नए नए तरह के चश्मे होते थे ।इस बार मोटे फ्रेम वाले चश्मे की जगह तार के फ्रेम वाले चश्मे लगी हुई थी। क्योंकि मूर्ति जल्दी में बनने के कारण चश्मा बनाना भूल गए ।
विकल्प (a) मूर्ति पर चश्मा नहीं था सही उत्तर हैं।
Project code #SPJ3