"एक बार शुरू होने पर-कहीं नहीं रुकता हस्तक्षेप",इस पंक्ति को केंद्र में रखकर परिचर्चा आयोजित करें।
Answers
Answered by
0
Answer:
k kg bk ho k g gi ig ig ig og i ig ho h ho gi, g vl hl gk kg kh kg gk ho k kk nfxvsuthajyjdc
Explanation:
chk kh k j p lh g gok hlcchlch h. gkkg p
Answered by
0
एक बार शुरू होने पर-कहीं नहीं रुकता-इन पंक्तियों का अर्थ बहुत है। लेखक यह कहना चाहता है कि सभी के पास शोषण सहने की सीमा है।
Explanation:
" 1) इन पंक्तियों का अर्थ बहुत है। लेखक यह कहना चाहता है कि सभी के पास शोषण सहने की सीमा है। इस सीमा को पार करने के बाद लोग उनका विरोध करते हैं।
2) इस कविता में एक शासन लोगों के साथ गलत कर रहा है लेकिन वे उनका विरोध नहीं कर रहे हैं।
3) लेकिन जब व्यक्ति शोषण की सीमा समाप्त कर देता है तो यह खत्म हो जाता है। वह व्यक्ति शासन प्रणाली के खिलाफ अपनी आवाज बढ़ाता है। जब कोई व्यक्ति विरोध करना शुरू करता है तो ऐसे व्यक्ति का समूह बढ़ जाता है, जैसे ब्रिटिश सरकार ने भारत की आवाज के बाद भारत छोड़ दिया है।"
Similar questions