एक चूहा
लालची स्वभाव
एक दिन एक घर में घुसना
अनाज से भरी हाँडी-ढक्कन में छेद
छेद में से अंदर
जाना
खूब अनाज खाना
मोटा हो जाना
बाहर न निकल पाना
पकड़ लिया जाना
मारा जाना
लालच का परिणाम
सीख।
Answers
लालची चूहा
एक लालची चूहे ने मकई से भरी टोकरी देखी। वह इसे खाना चाहता था। इसलिए उसने टोकरी में एक छोटा सा छेद कर दिया। वह छेद के माध्यम से अंदर घुस गया। उसने बहुत सारा मक्का खाया व पूर्ण महसूस किया और बहुत खुश था।
अब वह बाहर आना चाहता था। उसने छोटे छेद के माध्यम से बाहर आने की कोशिश की। वह नहीं कर सका। उसका पेट भरा हुआ था। उसने फिर कोशिश की। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
चूहा रोने लगा। एक खरगोश पास से गुजर रहा था। इसने चूहे का रोना सुना और पूछा, “तुम रो क्यों रहे हो, मेरे दोस्त?”
चूहे ने बताया, “मैंने एक छोटा सा छेद बनाया और मकई खाने के लिए टोकरी में आ गया। अब मैं इस छेद से बाहर नहीं निकल पा रहा हूँ।”
खरगोश ने कहा, “यह इसलिए है क्योंकि तुमने बहुत खाया है। तब तक रुको जब तक तुम्हारा पेट सिकुड़ न जाए।” खरगोश हँसा और चला गया।
लघु कथाएँ – लालची चूहा टोकरी में सो गया। अगली सुबह उसका पेट सिकुड़ गया था। लेकिन वह कुछ और मकई खाना चाहता था। वह टोकरी से बाहर निकलने के बारे में सब भूल गया। इसलिए उसने मक्का खाया और उसका पेट वास्तव में फिर से बड़ा हो गया।
खाने के बाद, चूहे को याद आया कि उसे बचना है। लेकिन जाहिर है, वह नहीं कर सका। तो उसने सोचा, “ओह! अब मैं कल बाहर जाऊंगा।”
बिल्ली अगला राहगीर थी। उसने टोकरी में चूहे को देखा। उसने अपना ढक्कन उठाया और चूहे को खा लिया।