Chemistry, asked by kadddu, 1 year ago

एक ग्राम भार में इलेक्ट्रॉनों की संख्या का पिरकलन


Ruchita02: Can u translate in english plz
mohmmedsufiyanali19: yes why not

Answers

Answered by mohmmedsufiyanali19
7
hey mate your answer plz mark as brainlist if ihas correct




इलेक्ट्रॉन या विद्युदणु (प्राचीन यूनानी भाषा: , लैटिन, अंग्रेज़ी, फ्रेंच, स्पेनिश: Electron, जर्मन: ऋणात्मक वैद्युत आवेश युक्त मूलभूत उपपरमाणविक कण है। यह परमाणु में नाभिक के चारो ओर चक्कर लगाता हैं। इसका द्रव्यमान सबसे छोटे परमाणु (हाइड्रोजन) से भी हजारगुना कम होता है। परम्परागत रूप से इसके आवेश को ऋणात्मक माना जाता है और इसका मान -१ परमाणु इकाई (e) निर्धारित किया गया है। इस पर 1.6E-19 कूलाम्बपरिमाण का ऋण आवेश होता है। इसका द्रव्यमान 9.11E−31 किग्रा होता है जो प्रोटॉन के द्रव्यमान का लगभग १८३७ वां भाग है। किसी उदासीन परमाणु में विद्युदणुओं की संख्या और प्रोटानों की संख्या समान होती है। इनकी आंतरिक संरचना ज्ञात नहीं है इसलिए इसे प्राय:मूलभूत कण माना जाता है। इनकी आंतरिक प्रचक्रण १/२ होती है, अतः यह फर्मीय होते हैं। इलेक्ट्रॉन का प्रतिकणपोजीट्रॉन कहलाता है। द्रव्यमान के अलावा पोजीट्रॉन के सारे गुण यथा आवेश इत्यादि इलेक्ट्रॉन के बिलकुल विपरीत होते हैं। जब इलेक्ट्रॉन और पोजीट्रॉनकी टक्कर होती है तो दोंनो पूर्णतः नष्ट हो जाते हैं एवं दो फोटॉन उत्पन्न होती है।

mohmmedsufiyanali19: plz mark as brainlist
Ruchita02: Plz can u write in.english
mohmmedsufiyanali19: ok I will try
mohmmedsufiyanali19: where are you from
mohmmedsufiyanali19: ruchita
Ruchita02: Mumbai duh
kadddu: Thanks
mohmmedsufiyanali19: plz mark me as brainlist if ihas correct
mohmmedsufiyanali19: ur welcome
Answered by abhishek924259
6

Answer:

above picture is a Ans...........

Attachments:
Similar questions