एक गांव में एक किसान रहता था
Answers
Answer:
to phir aage Kya hua jiii
देसी गामा आले उस गबरू जवान की।
पसीने से लथपथ काया उसकी खूब चमकती थी
शेर था वो अपने गाम का काली रात भी डरती थी
मेहनत करता पसीना बहाता वो अपने खेत में
जादू उसके हाथा में वो अन्न ऊगा दे रेत मे
बड़ी निराली महिमा उस अन्नदाता भगवान की
आज सुनाउं,,,,,
आज खुशी का दिन आया गूँजी उसके घर किलकारी
एक कोने में निकला पीपल दूजी बिटिया प्यारी
नई कोंपले पीपल की उसके मन को भाती थी
बिटिया की हँसी ठिठोली घर मे खुशिया लाती थी
ना काली रात ना दिन की गर्मी ना परवा अपनी जान की
आज सुनाउं एक कहानी छोटे से किसान की
उसे ना भाया टीवी ना भायी पिक्चर पर्दे वाली
उसके खेत की छटा निराली चारो तरफ छाई हरयाली
घर घर दाना पहुँचाता मिट्टी से फसल उगाता है
उस किसान की खातिर तो ये धरा ही उसकी माता है
कल कल करती कोयल कुंजे मीठी मीठी तान सी
आज सुनाउं ,,,,,,,,
बड़ी हो गयी उसकी बिटिया वो कॉलेज में पढ़ती थी
भोली भाली सीधी सादी सबसे सुंदर दिखती थी
ब्याह रचाने को बेटी का उसने थोड़ा कर्ज लिया
धूम धाम से करूँगा शादी उसने ऐसा सोच लिया
दिल पे पत्थर रखकर उसने की तैयारी कन्यादान की
आज सुनाउं एक कहानी,,,,,,
बिटिया को था कॉलेज में प्रेम किसी से हो गया
लग गया था उसको भी पता कि दिल उसका तो खो ही गया
साथ मे जीने मरने की कसमें उसने खाई थी
पिता के सम्मान की धज्जिया उसने उड़ाई थी
लांघ गयी वो घर की चौखट पिता के अभिमान की
आज सुनाउं एक कहानी ,,,,,,,,,
छोड़ छाड़ बाबुल का अंगना प्रेमी संग वो चली गयी
लग गया था उसको भी पता प्यार में वो छली गयी
जमाने भर के तानो का जहर था जो गटक गया
पीपल पे डाल के फंदा वो अभिमानी लटक गया
माटी के उस शेर की परीक्षा थी सम्मान की
आज सुनाउ एक कहानी छोटे से किसान की
देसी गामा आले उस गबरू जवान की।