एक खरगोश था। वह पेड़ के नीचे सो रहा था। अचानक जोर की आवाज़ हुई.
"धम्म' खरगोश उठ बैठा। वह बोला, 'अरे! क्या गिरा?' खरगोश ने इधर-उधर देखा।velom shabd
उसे कुछ दिखायी नहीं दिया। उसे लगा आसमान गिर रहा है। खरगोश डर गया और
भागने लगा।
भागते-भागते उसे एक लोमड़ी मिली। उसने पूछा- 'खरगोश भाई, कहाँ जा रहे हो?
ज़रा सुनो तो।'
खरगोश भागते-भागते बोला - ‘आसमान गिर रहा है, भागो! भागो! जल्दी भागो!'
लोमड़ी भी भागने लगी। आगे जाकर उन्हें एक भालू मिला। भालू बोला- 'ठहरो,
ठहरो! कहाँ भागे जा रहे हो?'
खरगोश और लोमड़ी बोले - 'भागो! तुम भी भागो। आसमान गिर रहा है।'
भालू भी उनके साथ भागने लगा। खरगोश, लोमड़ी और
भालू भागते-भागते एक हाथी के पास से निकले। हाथी - ‘अरे!
सब क्यों भागे जा रहे हो? ठहरो कुछ बताओ तो।'
भालू बोला - ‘आसमान गिर रहा है, तुम भी भागो।' हाथी भी
भागने लगा। सब भाग रहे थे - आगे-आगे खरगोश, उसके पीछे-
पीछे लोमड़ी, उसके पीछे भालू और सबके पीछे हाथी।
Answers
Answered by
2
Answer:
msnmxndkdkkdkdkdkdkdkdkejdjkek
Answered by
1
Answer:
hchhndhdhfhfhfhrbhdbrhfbdhdhbdbd
Similar questions