Physics, asked by kimararun501, 5 months ago

एक मिश्रित संग्रह से डायोड ट्रांजिस्टर आईसी और प्रतिरोधक को अलग अलग करे

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Answered by raunakkumar28
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Explanation:

जिन विभिन्न अवयवों का उपयोग करके इलेक्ट्रॉनिक परिपथ (जैसे- आसिलेटर, प्रवर्धक, पॉवर सप्लाई आदि) बनाये जाते हैं उन्हें इलेक्ट्रॉनिक अवयव (electronic component) कहते हैं इलेक्ट्रॉनिक अवयव दो सिरे वाले, तीन सिरों वाले या इससे अधिक सिरों वाले होते हैं जिन्हें सोल्डर करके या किसी अन्य विधि से (जैसे स्क्रू से कसकर) परिपथ में जोड़ा जाता है। प्रतिरोधक, प्रेरकत्व, संधारित्र, डायोड, ट्रांजिस्टर (या बीजेटी), मॉसफेट, आईजीबीटी, एससीआर, फोटो डायोड, प्रकाश उत्सर्जक डायोड, आपरेशनल एम्प्लिफायर एवं अन्य एकीकृत परिपथ आदि प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक अवयव हैं।

Answered by sarahssynergy
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प्रत्येक तत्व की पहचान के लिए उनके रूप और कार्य पर विचार किया जाना चाहिए।

Explanation:

इन तत्वों में से प्रत्येक की विख्यात विशेषताएं नीचे दी गई हैं जिनका उपयोग पहचान के लिए किया जाना चाहिए,

  1. डायोड - डायोड एक दो टर्मिनल डिवाइस है जो केवल फॉरवर्ड बायस्ड मोड में संचालित होता है।
  2. ट्रांजिस्टर: एक ट्रांजिस्टर एक तीन टर्मिनल डिवाइस है जिसमें एक एमिटर, बेस और कलेक्टर होता है। तो मिश्रण में कोई भी तीन टर्मिनल डिवाइस एक ट्रांजिस्टर है।
  3. इंटीग्रेटेड सर्किट (IC) - एक इंटीग्रेटेड सर्किट एक मल्टी टर्मिनल डिवाइस होता है और एक चिप जैसा दिखता है। तो मिश्रण में कोई भी मल्टी टर्मिनल डिवाइस एक आईसी है।
  4. Resistor - Resistor एक दो टर्मिनल डिवाइस है जिसमें एक सीधी उपस्थिति होती है और इसमें छल्ले होते हैं। जब भी इस पर वोल्टेज लगाया जाता है तो यह संचालित होता है। एक रोकनेवाला के लिए पूर्वाग्रह की कोई अवधारणा नहीं है

चूंकि डायोड और रेसिस्टर दोनों दो टर्मिनल डिवाइस हैं, इसलिए इन दोनों को या तो उनके लुक्स या वर्किंग प्रिंसिपल द्वारा पहचाने जाने की जरूरत है यानी रेसिस्टर सभी लागू वोल्टेज के लिए कंडक्ट करता है जबकि डायोड केवल फॉरवर्ड बायस्ड वोल्टेज के लिए कंडक्ट करता है।

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