एक प्रोटोन चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के साथ 30° का कोण बनाकर ν वेग के साथ चुम्बकीय क्षेत्र B में प्रवेश करता है। तब प्रोटोन पर लगने वाला बल क्या है?
Answers
Answer:
is the magnetic effect of electric currents and magnetic materials . The magnetic field at any point is specified by both direction and magnitude (or power); Therefore it is a vector field. The magnetic field is produced by the moving electric charge and the magnetic moment underlying the radicals .
The term 'magnetic field' is used for two areas which have close relationship, but the two are different. These two regions are represented by B and H. H 's unit is ampere per meter (Hint: A · m −1 or A / m) and B 's unit is Tesla (symbol: T).
The magnetic field can be generated (set up) the two as follows: (1) by moving charges (ie, current through) and (2) contained in the fundamental particles of electromagnetic torque by [1] [2] special relativity in , Electric field and magnetic field are two sides of the same object that are interrelated.
Fields found in two forms, (1) permanent magnets by iron , cobalt force on manufactured goods, etc., and (2) motor that generates more torque to rotate the motor. In modern technology, magnetic fields are used extensively (especially in electrical engineering and electromagnetism ). The Earth's magnetic field is useful in providing direction through a magnetic needle . Magnetic fields are used in electric motors and electric generators .
Explanation:
विद्युत धाराओं और चुंबकीय सामग्री का चुंबकीय प्रभाव है। किसी भी बिन्दु पर चुंबकीय क्षेत्र दोनों, दिशा और परिमाण (या शक्ति) द्वारा निर्दिष्ट किया जाता है; इसलिये यह एक सदिश क्षेत्र है। चुम्बकीय क्षेत्र गतिमान विद्युत आवेश और मूलकणों के अंतर्भूत चुंबकीय आघूर्ण द्वारा उत्पादित होता है।
'चुम्बकीय क्षेत्र' शब्द का प्रयोग दो क्षेत्रों के लिये किया जाता है जिनका आपस में निकट सम्बन्ध है, किन्तु दोनों अलग-अलग हैं। इन दो क्षेत्रों को B तथा H, द्वारा निरूपित किया जाता है। H की ईकाई अम्पीयर प्रति मीटर (संकेत: A·m−1 or A/m) है और B की ईकाई टेस्ला (प्रतीक: T) है।
चुम्बकीय क्षेत्र दो प्रकार से उत्पन्न (स्थापित) किया जा सकता है- (१) गतिमान आवेशों के द्वारा (अर्थात, विद्युत धारा के द्वारा) तथा (२) मूलभूत कणों में निहित चुम्बकीय आघूर्ण के द्वारा[1][2] विशिष्ट आपेक्षिकता में, विद्युत क्षेत्र और चुम्बकीय क्षेत्र, एक ही वस्तु के दो पक्ष हैं जो परस्पर सम्बन्धित होते हैं।
चुम्बकीय क्षेत्र दो रूपों में देखने को मिलता है, (१) स्थायी चुम्बकों द्वारा लोहा, कोबाल्ट आदि से निर्मित वस्तुओं पर लगने वाला बल, तथा (२) मोटर आदि में उत्पन्न बलाघूर्ण जिससे मोटर घूमती है। आधुनिक प्रौद्योगिकी में चुम्बकीय क्षेत्रों का बहुतायत में उपयोग होता है (विशेषतः वैद्युत इंजीनियरी तथा विद्युतचुम्बकत्व में)। धरती का चुम्बकीय क्षेत्र, चुम्बकीय सुई के माध्यम से दिशा ज्ञान कराने में उपयोगी है। विद्युत मोटर और विद्युत जनित्र में चुम्बकीय क्षेत्र का उपयोग होता है।
प्रोटोन पर लगने वाला बल eBv/2 न्यूटन है|
Explanation:
यदि प्रोटोन पर आवेश e हो तो
कूलाम्ब
हम जानते हैं कि यदि एक आवेश q चुम्बकीय क्षेत्र B में, v वेग से θ कोण पर प्रवेश करता है तो आवेश पर लगने वाला बल
यहाँ
अतः प्रोटोन पर लगने वाला बल
न्यूटन
आशा है यह उत्तर आपकी सहायता करेगा|
और जानिये:
प्र. किसी चुंबकीय क्षेत्र में स्थित विद्युत धारावाही चालक पर आरोपित बल कब अधिकतम होता है?
यहाँ जानिये : https://brainly.in/question/7925585