Hindi, asked by rashidavakhariya00, 6 months ago

एक राजा - देश - विदेश में उसकी बुद्धि की ख्याति - कश्मीर की राजकुमारी का उसके पास आना - फूलों की दो मालाएं साथ लाना - एक असली , दूसरी नकली - हाथ लगाये बिना असली बताने को कहना - राजा का खिडकियाँ खोलने का आदेश - मधुमक्खी का भीतर आना - असली पर बैठना - सीख - शीर्षक । story writting​

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Answered by Anonymous
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कहानी इस प्रकार है।

•एक राजा थे जिनका नाम था - देवेश।

वे बहुत ही बुद्धिमान राजा थे इसी कारण उनकी ख्याति दूर दूर तक फैली हुई थी।

• कश्मीर की राजकुमारी ने भी देवेश राजा के बारे में बहुत सुना था। वे राजा से बहुत प्रभावित थी परन्तु वे स्वयं राजा को परखना चाहती थी।

• एक दिन राजकुमारी राजा के दरबार में पधारी। वे अपने साथ फूलों की मालाएं लायी थी। मालाएं बिल्कुल एक समान दिख रही थी परन्तु उन मालाओं में एक असली फूलों की माला थी तथा एक नकली फूलों की।

• राजकुमारी ने राजा देवेश से लगा कि आप बहुत बुद्धिमान हो, इन फूलों की मालाओं को बिना छुए पहचानिए कौनसी माला असली फूलों की है तथा कौनसी नकली फूलों की हैं?

• राजा ने खिड़कियां खोलने का आदेश दिया। खिड़कियां खुलते ही मधुमक्खियां अंदर आ गई तथा से असली फूलों की माला पर बैठकर फूलों का रस चूसने लगी।

• राजा ने कहा ये ही असली फूलों की माला है।

• राजकुमारी बहुत प्रसन्न हो गई।

• उपुर्युक्त कहानी से तात्पर्य यह निकलता है कि जिस प्रकार असली फूल अपनी खुशबू हमेशा फैलाते है , अच्छे इंसान भी अपने स्वभाव से सबका दिल जीत लेते है तथा दिखावा करने वाले चाहे लाख दिखावा कर ले, सच तो सामने आ ही जाता है।

शीर्षक - उपूर्युक्त कहानी का शीर्षक है सच्चाई के फूल

Answered by coolvarunrakhi
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Answer:

ghar ghar me nahi desh vedesh me

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