एक राजा था। वह बहुत ही सुंदर महल में रहता था। उसे अपने महल पर
बहुत
गर्व
था। उस महल को देखने संसार के कोने-कोने से यात्री आते थे। यात्रियों
ने अपने यात्रा वर्णन में महल की सुंदरता के बारे में कई बातें लिखीं। उन्होंने एक
गाने वाली चिड़िया के बारे में भी लिखा। यह चिड़िया महल के पास वाले जंगल
में रहती थी और बहुत मधुर स्वर में गाती थी।
राजा ने इस चिड़िया को कभी नहीं देखा था। यात्रियों का यात्रा वर्णन पढ़ने
से राजा को चिड़िया के बारे में पता चला। राजा ने उस चिड़िया को देखना चाहा
और अपने सेवकों को बुलाकर कहा, “तुम लोगों ने कभी मुझे गाने वाली चिड़िया
के विषय में नहीं बताया। जाओ! जंगल से उस चिडिया को पकड़ ले, आओ। मैं
उसका गाना सुनना चाहता हूँ।"
संध्या
यण
संधा
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Answer:
एक राज्य में एक राजा रहता था। उसने एक विशाल और सुंदर महल का निर्माण करवाया और महल के मुख्य द्वार पर गणित का एक सूत्र लिखवा दिया। इसके बाद राजा ने अपने राज्य में घोषणा करवाई कि जो भी व्यक्ति इस सूत्र को हल करके दरवाजा खोलेगा, मैं उसे अपने राज्य का उत्तराधिकारी नियुक्त कर लूंगा। राजा की यह घोषणा सुनते ही सब लोग राजमहल पहुंच गए और गणित का सूत्र हल करने की कोशिश करने लगे।
कोई भी सूत्र नहीं समझ पा रहा था। यह बात जब अन्य राज्यों तक फैली तो वहां से भी बड़े-बड़े गणितज्ञों ने आकर सूत्र हल करने की कोशिश की। कई गणितज्ञ तो अपने साथ गणित की किताबें लेकर भी आए। बहुत कोशिशों के बावजूद कोई भी सूत्र हल नहीं कर सका।
एक साधारण-सा लड़का यह सब देख रहा था। उसने सोचा कि वह भी इस सूत्र को हल करने की कोशिश करेगा।
उसने सैनिकों को अपनी इच्छा बताई। सभी ने सोचा कि बड़े-बड़े विद्वान असफल हो गए, तू भी कोशिश कर ले। वह लड़का कुछ देर ध्यान में बैठा और आंखें खोलकर दरवाजे की ओर बढ़ने लगा। उसने दरवाजे को हाथ लगाया तो दरवाजा खुल गया। यह देखकर सब लोग हैरान रह गए।
राजा ने उस लड़के से पूछा कि आखिर तुमने यह दरवाजा कैसे खोला, तो लड़के ने बताया- जब मैं ध्यान मैं बैठा था तो मेरे अंतर्मन से आवाज आई कि पहले मुझे यह जांच करनी चाहिए कि यह सही भी है या नहीं। इसके बाद इसे हल करने की सोचना। मैंने सूत्र के साथ दरवाजे का संबंध जाने के लिए दरवाजा खोलने का प्रयास किया और दरवाजा खुल गया।
इससे यह पता चलता है कि सूत्र के साथ दरवाजे का कोई भी संबंध नहीं था। वह कोई सूत्र था ही नहीं, जिसे हल करना पड़े। यह तो एक छोटी सी समस्या थी, जिसे लोगों ने इतना बड़ा बना दिया। राजा उस लड़के की बुद्धिमानी से बहुत प्रसन्न हुए और उसे अपने राज्य का उत्तराधिकारी बना दिया।