Hindi, asked by deshmukhshitals, 8 months ago

एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाए।
रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै-फलै अघाय।।
Tell the meaning of this डोहा

Answers

Answered by vaishnavi1983
8

Answer:

मन को एक समय में एम विषय पर केंद्रित किया जाए तो उसमें असफलता असंदिग्ध है। एक समय में अनेक विषयों में बुद्धि लगाने से किसी में भी सफलता अर्जित नहीं की जा सकती। कहा भी गया है कि जो आधे को छोड़ पूरे के चक्कर में भागता है, उसे पूरा तो नहीं मिलता, आधे से भी हाथ धो बैठता है। सदैव एकल सिद्धि करनी चाहिए, इसी से सब सिद्ध हो जाता है।

रहीम कहते हैं, एक को साधना ही पर्याप्त है, इससे सब सध हो जाते हैं। यदि सबको एकसाथ साधने का प्रयास किया गया तो सबसे हाथ धोना पड़ेगा। पौधे को सींचने के लिए आवश्यक नहीं कि उसके तने, पत्तियों व फूलों की पंखुड़ियों को अलग-अलग सींचा जाए। इससे तय है कि पौधा नष्ट हो जाएगा। पौधे के मूल (जड़) को सींचना पर्याप्त है, इससे पौधा तृप्त होकर फलता फूलता है।

Similar questions