एक स्वरचित कविता लिखिए विषय सर्व धर्म समाज
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Explanation:
सर्वधर्म समभाव
पहले अच्छा इंसान बनों
फिर हिन्दू मुसलमान बनों
पहले निभाओ मानव धर्म
फिर अपना जाति धर्म निभाओ
जो बांधे ना किसी जाति धर्म में
तुम ऐसा समाज बनाओ।
ना बने कोई आतंकवादी और ना मारे कोई
मासूम बच्चा,
तुम ऐसा स्वदेश बनाओ।
पहले अच्छा इंसान……… बनो
भाई भाई में प्यार हो,
खुशियों से भरा हर त्योहार हो
मन के अंधेरे को जो मिटा सके
तुम ऐसी ईद दीवाली बनाओ
पहले अच्छा इंसान…….. बनो
देवियों के इस देश में
ना कोई निर्भया केस बने
हो नारी का चहुंओर सम्मान
तुम ऐसा बेटियों का देश बनाओ।
छोड़ो जाति धर्म का नारा अब
सर्वधर्म समभाव को गले लगाओ
हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई का नहीं
मानव प्रेम और अमन का दिया जलाओ।
“एडवोकेट पूजा त्रिपाठी”
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