Physics, asked by sumangusain, 10 months ago



। एक सरल लोलक ऊर्ध्वाधर तल में दोलन करता है। जब यह मध्यमान
स्थिति से गुजरता है, तब धागे में तनाव, गोलक के भार का तीन गुना है।
ऊर्ध्वाधर से लोलक के धागे का अधिकतम विस्थापन होगा
(a) 30°
(b) 45°
(c) 60°
(d) 90°

Answers

Answered by Tanmaysharma23
1

Answer:

b {45°}

Ma®k @$ b®@inli$t

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