एक शंक्वाकार फ्लास्क बले में जब सल्फ्यूरिक अम्ल को जिक के दुल टुकड़ो पर डाला जाता है । फ्लास्क को छूने पर क्या आपको इसके तापमान में कोई बदलाव महसूस होता है?
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Answer:
usma nikalegi tha tapmana me badlav ho jaaega jab Zn ki reaction sulphuric acid se karaenge to hydrogen gas nikalegi
दिया गया है : एक शंक्वाकार फ्लास्क बले में जब सल्फ्यूरिक अम्ल को जिंक के दुल टुकड़ो पर डाला जाता है । फ्लास्क को छूने पर क्या आपको इसके तापमान में कोई बदलाव महसूस होता है?
उत्तर : हाँ , फ्लास्क को छूने पर मुझे तापमान में बदलाव महसूस होता है , इसे छूने पर गर्म का आभास होता है ।
व्याख्या : Zn एक सक्रिय धातु है और H₂SO₄ एक अत्यंत शक्तिशाली अम्ल है ।
हम जानते हैं जब धातु को अम्ल में गिरया जाता है तो विस्थापन अभिक्रिया होती है, जिसमे अम्ल लवण में बदल जाता है और हाइड्रोजन गैस का निर्माण करता है , इस अभिक्रिया में बहुतायत मात्रा में ऊष्मा भी उत्पन्न होती है ।
Zn + H₂SO₄ ⇒ZnSO₄ + H₂ (↑) + Q
अतः जिंक के टुकड़े को जब अम्ल में डाला जाता है, तो इसके तापमान में बदलाव महसूस होता है और हमे इसमें गर्म का आभास होता है ।